कोटा । राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय, कोटा में विश्व पुस्तक दिवस के अवसर पर "संस्कार निर्माण में पुस्तक संस्कृति का योगदान" विषय पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में कोटा ट्यूरिज्म-यादगार कोटा के लेखक परमानद गोयल, अध्यक्ष प्रोफेसर कृष्ण बिहारी भारतीय और बीज वक्ता प्रो. डॉ. विवेक कुमार मिश्र सहित अनेक विशिष्ट अतिथियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव ने पुस्तकालयों की भूमिका को संस्कार केंद्र के रूप में प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि परमानद गोयल ने पुस्तकें आत्मा की खाद बताते हुए बच्चों और युवाओं के लिए पुस्तकालयों को आकर्षक बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रो. कृष्ण बिहारी भारतीय ने पुस्तकों को सांस्कृतिक धरोहर बताया और पुस्तक संस्कृति के प्रसार को सामाजिक चेतना के निर्माण का आधार माना।
कार्यक्रम में युवाओं द्वारा पुस्तक वाचन, कवितापाठ और पठन प्रेरणा पर आधारित लघु प्रस्तुतियाँ भी दी गईं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान और धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।