कोटा की चर्चित विज्ञान कथा लेखिका प्रज्ञा गौतम को उनके चर्चित विज्ञान कथा संग्रह "धरती छोड़ने के बाद" के लिए राष्ट्रीय स्तर पर "श्रीमती उमा प्रसाद विज्ञान लेखन पुरस्कार" से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार विज्ञान परिषद् प्रयाग, इलाहाबाद द्वारा घोषित किया गया है, जिसमें प्रज्ञा गौतम को 10 हजार रुपए की राशि और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
यह पुरस्कार विज्ञान की किसी भी विधा पर लिखी गई श्रेष्ठ महिला लेखिकाओं की कृतियों में चयन के आधार पर दिया जाता है। देशभर से प्राप्त पुस्तकों में से प्रज्ञा गौतम की कृति को सर्वश्रेष्ठ माना गया। उल्लेखनीय है कि इसी संग्रह पर उन्हें गत वर्ष सलूंबर की संस्था 'सलिला' द्वारा भी सम्मानित किया गया था।
धरती छोड़ने के बाद नामक इस विज्ञान कथा संग्रह में कुल 11 कथाएं हैं, जो रोबोटिक्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अजीबो-गरीब रोगों, पर्यावरणीय संकटों और भविष्य के मानव समाज की संभावित परिस्थितियों को बहुत ही प्रभावशाली रूप में चित्रित करती हैं। इन कथाओं में विज्ञान की जटिलताओं के बीच मानवीय संघर्ष, चेतना और संवेदनाओं को भी प्रमुखता से उकेरा गया है।
प्रज्ञा गौतम पिछले कई वर्षों से विज्ञान लेखन में सक्रिय हैं और हाड़ौती अंचल की एकमात्र विज्ञान कथा लेखिका हैं। वे राजस्थान की श्रेष्ठ महिला विज्ञान कथा लेखकों में शुमार की जाती हैं। उनकी रचनाएं युवाओं में विज्ञान के प्रति रूचि जागृत करने के साथ-साथ सामाजिक चेतना का भी संदेश देती हैं।