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हंगामा खड़ा करना हमारा मकसद नहीं, हमारा मकसद है कि सूरत बदलनी चाहिए

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13 Apr 25
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हंगामा खड़ा करना हमारा मकसद नहीं, हमारा मकसद है कि सूरत बदलनी चाहिए

कोटा ।पत्रकार न केवल सूचना के वाहक हैं, बल्कि वे समाज के दर्पण भी हैं, जो जनता को वास्तविकता से परिचित कराते हैं। पत्रकार द्वारा प्रकाशित समाचारों पर जनता का भरोसा होता है, इसलिए आवश्यक है कि पत्रकार निष्पक्ष, निर्भीक और सत्यनिष्ठ होकर कार्य करें। इसी भाव को केंद्र में रखते हुए मीडिया काउन्सिल ऑफ जर्नलिस्ट्स राजस्थान द्वारा आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि रेडक्रॉस के स्टेट चेयरमैन राजेश कृष्ण बिरला ने अपना संबोधन दिया।
बिरला ने कहा कि एक पत्रकार न केवल घटनाओं का वर्णन करता है, बल्कि वह समाज की दिशा और दशा को प्रभावित करने वाला सशक्त माध्यम भी होता है। उन्होंने पत्रकारों की भूमिका को 'विश्वास का प्रहरी' बताते हुए उनकी सामाजिक जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला।
मीडिया काउन्सिल ऑफ जर्नलिस्ट्स राजस्थान द्वारा रविवार को भव्य "स्नेह मिलन एवं अभिनन्दन समारोह" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम शिव ज्योति स्कूल, श्रीनाथपुरम के ऑडिटोरियम में सुबह 12 बजे से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर पत्रकारिता जगत के प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया गया और मीडिया काउन्सिल के नए सदस्यों का स्वागत किया गया।
कार्यक्रम संयोजक मनोहर पारीक व कोटा जिला संयोजक प्रणय विजय ने बताया कि बताया कि समारोह में राजस्थान रेड क्रॉस सोसाइटी के स्टेट चेयरमैन राजेश बिरला मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथियों में कोटा डेयरी के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड़, कोटा शहर अध्यक्ष कांग्रेस रविन्द्र त्यागी, वरिष्ठ भाजपा नेता पंकज मेहता, पंजाब केसरी राजस्थान के संपादक रघु आदित्य, कोटा शहर अध्यक्ष भा.ज.पा. राकेश जैन और नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, मीडिया काउन्सिल ऑफ जर्नलिस्ट्स (एमसीजे) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय राठी, राष्ट्रीय संयोजक ललित शर्मा, राष्ट्रीय महामंत्री प्रदीप शर्मा, कार्यक्रम संचालक एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज गोयल, प्रदेश अध्यक्ष नीरज गुप्ता, प्रदेश महामंत्री संदीप गोयल, प्रदेश प्रवक्ता मनोहर पारीक, प्रदेश महामंत्री संगठन योगेश जोशी, जिला संयोजक प्रणय विजय मंचासीन रहे। राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं संचालनकर्ता मनोज गोयल रहे। अंत में प्रदेशाध्यक्ष नीरज गुप्ता व संयोजक मनोहर पारीक एवं सहसंयोजक दिनेश पंचोली ने सभी का आभार व्यक्त किया। कोटा,बूंदी,बारां,झालावाड़,सवाईमाधोपुर,चित्तौड़,भीलवाडा,टोंक,देवली सहित कई उत्तर प्रदेश,नई दिल्ली व हरियाणा सहित कई प्रदेशो के पत्रकारों ने अतिथियो का मंच पर समान किया गया तथा जिला संयोजक प्रणय विजय ने विभिन्न प्रांतो के पत्रकारों का सम्मान किया।  कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार पुरुषोत्तम पंचोली, प्रेस क्लब अध्यक्ष गजेन्द्र व्यास,जर्नादन गुप्ता,धीरज गुप्ता तेज,बद्री प्रसाद गौत्तम, डिप्टी डायरेक्टर सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय एमएम शेख,एडी रचना शर्मा,एपीआरओ अकांशा शर्मा सहित कई वरिष्ट पत्रकार भी उपस्थित रहे।

पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान
प्रदेश अध्यक्ष नीरज गुप्ता ने बताया कि मीडिया काउन्सिल ऑफ जर्नलिस्ट्स राजस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य भर से आए पत्रकारों के बीच आपसी संवाद, अनुभव साझा करने और नेटवर्किंग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया गया। इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान देने वाले मीडियाकर्मियों को तिलक, अर्पणा, माला व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

"पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है" – संदीप शर्मा
कोटा दक्षिण से विधायक संदीप शर्मा ने पत्रकारों को लोकतंत्र की आत्मा बताते हुए कहा, "लोकतंत्र चार मजबूत स्तंभों – विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और पत्रकारिता – पर टिका होता है। जहां पहले तीन स्तंभ शासन और न्याय व्यवस्था को प्रत्यक्ष रूप से संचालित करते हैं, वहीं पत्रकारिता जनभावनाओं को स्वर देती है और अन्य स्तंभों की जवाबदेही सुनिश्चित करती है।" उन्होंने कोटा में कार्यरत पत्रकारों के संघर्ष और समर्पण को नजदीक से देखा हुआ बताया और कहा कि पत्रकार हर चुनौती के बीच जनता की आवाज़ बनते हैं, जो उन्हें अत्यंत सम्माननीय बनाता है।

"पत्रकार सत्य और साहस का प्रतीक है" – चैन सिंह राठौड़
विशिष्ट अतिथि चैन सिंह राठौड़ ने पत्रकारिता की आधारशिला को सत्य और निष्पक्षता बताया। उन्होंने कहा, "पत्रकारिता का सबसे बड़ा दायित्व है – सही और सटीक सूचना को जनता तक पहुँचाना। पत्रकार को निडरता से कार्य करते हुए सत्य के मार्ग पर अडिग रहना चाहिए। वे सरकार की नीतियों का मूल्यांकन कर समाज को उसकी खूबियों और खामियों से अवगत कराते हैं। जनता का मार्गदर्शन करने वाली पत्रकारिता ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण करती है।" उन्होंने पत्रकारों के संघर्षों को सराहा और उन्हें 'सत्य का दूसरा नाम' बताया।

पत्रकारिता के पथ पर अडिग संघर्ष
पंजाब केसरी राजस्थान के संपादक रघु आदित्य ने वर्तमान समय में पैदा हो रही समस्याओं और चुनौतियों की व्यापक चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से उन पत्रकारों की स्थिति को उजागर किया, जो कठोर परिस्थितियों और विपरीत माहौल में भी सत्य के प्रकाश को समाज तक पहुँचाने का निश्चय करते हैं। उन्होंने कहा कि सूचना का अधूरापन, राजनीतिक दबाव, आर्थिक बाधाएँ और सामाजिक विरोधाभास जैसी कई जटिलताएँ पत्रकारों के मार्ग में अड़चनें प्रस्तुत करती हैं परन्तु कलम की ताकत से वे सबका सामना करते हुए सच को जनता के सामने लाते हैं।

"पत्रकारों के हितों के लिए एकजुटता आवश्यक"
भाजपा जिलाध्यक्ष राकेश जैन एवं कांग्रेस जिलाध्यक्ष रविन्द्र त्यागी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर संयोजकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से पत्रकारों के बीच संवाद और समन्वय बढ़ता है। उन्होंने मंच से पत्रकारों की मांगों और हितों के समर्थन की बात करते हुए कहा, "पत्रकारों की भूमिका केवल सूचना तक सीमित नहीं है, वे सामाजिक चेतना के संवाहक हैं। ऐसे में उनके हितों की रक्षा और अधिकारों की सुरक्षा समाज की जिम्मेदारी बन जाती है।"

पत्रकारिता की समस्या एवं संभावना पर मंथन
मीडिया काउन्सिल ऑफ जर्नलिस्ट्स (एमसीजे) के द्वारा आयोजित इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में पत्रकारिता की वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर गहन विचार-विमर्श हुआ। इस अवसर पर संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
एमसीजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय राठी ने अपने उद्बोधन में पत्रकारों के हितों के लिए किए गए संघर्षों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने बताया कि उन्होंने पत्रकार सुरक्षा कानून के लिए सरकार से निरंतर बातचीत की और क्षेत्र की विभिन्न चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए प्रयास किए हैं। राठी ने स्वीकार किया कि पत्रकारिता क्षेत्र में अनेक चुनौतियां हैं, लेकिन उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पत्रकारों की एकजुटता के बल पर इन समस्याओं का समाधान अवश्य निकाला जाएगा।
राष्ट्रीय संयोजक ललित शर्मा ने पत्रकार संगठनों के महत्व और आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि विभिन्न पत्रकार संगठनों को एकजुट करके एक अपेक्स बॉडी (शीर्ष संस्था) का गठन किया जा रहा है। यह अपेक्स बॉडी पत्रकार हितों के लिए एक मजबूत मंच के रूप में कार्य करेगी। इससे पत्रकारों की समस्याओं का समाधान अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा। शर्मा ने पत्रकारिता की भविष्य की संभावनाओं पर भी अपने विचार साझा किए और बताया कि डिजिटल युग में पत्रकारिता के नए आयाम विकसित हो रहे हैं।
प्रदेशाध्यक्ष नीरज गुप्ता ने सम्मेलन में उपस्थित सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि मीडिया काउन्सिल ऑफ जर्नलिस्ट्स का गठन विशेष रूप से पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए किया गया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि संस्था पत्रकारों के अधिकारों और हितों के लिए सदैव संघर्षशील रहेगी।
जिला संयोजक प्रणय विजय ने सम्मेलन में स्वागत भाषण पढ़ा। उन्होंने पत्रकारों को "सच्चाई के सिपाही" की संज्ञा देते हुए उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि सच्चाई को जनता तक पहुंचाने में पत्रकारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।


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