कोटा.जेईई मेन 2025 परीक्षा में 8 अप्रैल मंगलवार को पेपर का ओवरआल डिफिकल्टी लेवल मीडियम टू हार्ड रहा। पेपर स्कोर करने लायक था, लेकिन मैथ्स ने स्टूडेंट्स के टाइम मैनेजमेंट और और धैर्य, दोनों की परीक्षा ली। एनसीइआरटी फॉलो करने वालों के लिए केमिस्ट्री वाला सेक्शन सबसे आसान था। फिजिक्स संतुलित थी जिसे न ज़्यादा कठिन और न ही ज़्यादा आसान कहा जा सकता है।
मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि 8 अप्रैल को फिजिक्स सेक्शन का डिफिकल्टी लेवल आसान से मध्यम रहा। इसमें थ्योरी और न्यूमेरिकल का अच्छा संतुलन था। मैकेनिक्स में प्रोजेक्टाइल मोशन, वर्क-एनर्जी, रोटेशनल मोशन, इलेक्ट्रोस्टैटिक्स और मैग्नेटिज्म में कैपेसिटेंस, मैग्नेटिक फील्ड क्रिएटेड बाइ करंट, ऑप्टिक्स में ज्योमेट्रिकल ऑप्टिक्स, रे डायग्राम और मॉडर्न फिजिक्स में फोटो इलेक्ट्रिक इफ़ेक्ट आधारित सवाल पूछे गए थे। सवाल सीधे फॉर्मूला-आधारित थे लेकिन कंसेप्ट समझे बिना हल करना मुश्किल था।
केमिस्ट्री आमतौर पर मैनेजेबल माना गया। इसका कठिनाई स्तर आसान से मध्यम रहा। ज़्यादातर सवाल सीधे एनसीईआरटी आधारित थे, खासकर इनऑर्गेनिक और फिज़िकल से। इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री से पी ब्लॉक, कोआर्डिनेशन कंपाउंड्स और केमिकल बॉन्डिंग से स्टेटमेंट टाइप और फैक्ट्स पर आधारित सवाल पूछे गए थे। फिजिकल केमिस्ट्री से थर्मोडायनामिक्स, इलेक्ट्रो केमिस्ट्री, सॉलिड स्टेट से न्यूमेरिकल बेस सवाल पूछे गए थे तो आर्गेनिक केमिस्ट्री से रिएक्शन्स और जीओसी से जुड़े सवाल आए थे।
मैथ्स का सेक्शन मध्यम से कठिन माना गया। इसमें बहुत सारे सवाल लॉन्ग और कैलकुलेशन हेवी थे। कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री में स्ट्रेटलाइन, परबोला, सर्किल, कैलकुलस में डिफरेंशिएशन, डिफाइन्ड इंटीग्रल्स, एओडी, अलजेब्रा में बायनॉमियल, कॉम्प्लेक्स नंबर, प्रोबेबिलिटी, वेक्टर और 3 डी से सवाल पूछे गए थे। इसे हल करने के लिए प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स और मैथमेटिकल कॉन्सेप्ट्स पर अच्छी पकड़ जरूरी थी। मैथ्स में कई सवाल समय लेने वाले थे, खासकर मैट्रिसेस, कोनिक सेक्शन और कैलकुलस से जुड़े प्रश्न। इसमें उचित समय आवंटन महत्वपूर्ण था, कई छात्रों ने बताया कि वे उत्तर जानने के बावजूद सभी सवाल का प्रयास नहीं कर सके।