(mohsina bano)
कोटा/जयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार युवा शक्ति को प्रदेश के विकास और राष्ट्र निर्माण में अधिकतम योगदान सुनिश्चित करने के लिए कार्यरत है। इसी दिशा में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और उनकी प्रगति सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार युवा उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ सरकारी और निजी क्षेत्र में 10 लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के संकल्प पर तेजी से काम कर रही है। जिला मुख्यालयों पर रोजगार मेले और कैंपस प्लेसमेंट का आयोजन किया जा रहा है, जिससे हर क्षेत्र के युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार अवसर मिल सकें।
श्री शर्मा राजस्थान दिवस महोत्सव के तहत कोटा के दशहरा मैदान में आयोजित मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव एवं युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव मातृशक्ति, युवा शक्ति, अन्नदाता और अंत्योदय को समर्पित है। सरकार युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ उनमें उद्यमिता का विकास कर उन्हें रोजगार प्रदाता भी बना रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों में नव चयनित कार्मिकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। प्रदेशभर में 7,800 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इसके साथ ही 'मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान' का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अभियान से संबंधित वीडियो फिल्म का प्रदर्शन और विवरणिका का विमोचन किया गया।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के दो नए ऐप, आरएसओएस की ऑन-डिमांड परीक्षा प्रणाली और डिजिटल प्रवेश उत्सव का शुभारंभ किया। विद्यार्थियों को बैग एवं यूनिफॉर्म की डीबीटी के रूप में सहायता प्रदान करने की पहल की गई। इस दौरान युवा नीति एवं कौशल नीति का विमोचन, निजी क्षेत्र में रोजगार हेतु 10 हजार रुपये की सहायता योजना, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं के लिए भूमि आवंटन, अटल ज्ञान केंद्र और नई किरण नशामुक्ति केंद्र के दिशा-निर्देश भी जारी किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में प्रदेश के युवाओं को अन्याय और अत्याचार का सामना करना पड़ा। पेपर लीक प्रकरणों ने उनके सपनों को तोड़ा। हमारी सरकार ने एसआईटी गठित कर पेपर लीक माफिया को जेल भेजा और युवाओं को न्याय दिलाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कौशल नीति का उद्देश्य युवाओं को आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण देकर उन्हें उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप तैयार करना है। युवा नीति युवाओं के संपूर्ण विकास का रोडमैप होगी, जिसमें शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता के सभी पहलू शामिल किए गए हैं।
सरकार ने अपने पहले वर्ष में 16 नई नीतियां लागू की हैं, जो सरकार की कार्यक्षमता और परिणामों पर केंद्रित प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 'राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट' में 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे प्रदेश में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू कर शिक्षा और रोजगार में क्रांतिकारी बदलाव लाने का मार्ग प्रशस्त किया है। इसी दिशा में राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा में नए बी.टेक और एम.टेक कोर्स शुरू किए गए हैं, जिससे इंडस्ट्री की जरूरत के अनुसार योग्य मानव संसाधन तैयार किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस बार के बजट में युवा कल्याण से जुड़ी कई घोषणाएं की हैं। इसमें वन विभाग में 1,750 पदों पर भर्ती, 4,000 पटवारी, 10,000 स्कूल शिक्षकों की भर्ती सहित 1.25 लाख पदों पर नियुक्तियों की घोषणा शामिल है। अब तक 67,000 पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी हैं, जबकि विभिन्न संवर्गों के 96,000 पदों के लिए विज्ञापन जारी किए गए हैं।
सरकार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 53,000 रिक्त पदों की भर्ती भी कर रही है, जो वर्षों से लंबित थी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों में नियुक्त नए कार्मिकों से संवाद कर उनकी हौसला अफजाई की।
इस अवसर पर सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम कुमार दक, विधायक श्री संदीप शर्मा, श्रीमती कल्पना देवी, श्री ललित मीणा, श्री कुलदीप धनखड़, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन, देहात जिलाध्यक्ष प्रेम गोचर, सांगोद प्रधान जयवीर सिंह, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती गायत्री राठौड़, जिला प्रभारी सचिव मंजू राजपाल, शासन सचिव कार्मिक श्री के. के. पाठक, संभागीय आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत, जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. अमृता दुहन, ग्रामीण सुजीत शंकर सहित बड़ी संख्या में युवा एवं आमजन उपस्थित रहे।