डॉ. प्रभात कुमार सिंघल
बच्चों, उदयपुर घूमने के लिए राजस्थान का एक सुंदर शहर है। चारों ओर अरावली पर्वत श्रृंखला से घिरा यह शहर अपनी झीलों की खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। इसे "राजस्थान का कश्मीर", "झीलों का नगर" और "पूर्व का वेनिस" कहा जाता है। यहां सालभर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं।
बच्चों के मनोरंजन और ज्ञानवर्धन के लिए कई आकर्षण हैं। करणी माता और नीमच माता मंदिर तक रोपवे से पहुंचते समय प्राकृतिक दृश्य आनंद देते हैं। झील किनारे ऊंट और घोड़े की सवारी भी बच्चों को खूब भाती है। सहेलियों की बाड़ी के अनोखे फव्वारे और सुखाड़िया सर्कल की खिलौना बोट्स जल क्रीड़ा के लिए बेहतरीन हैं।
फतेहसागर झील की बोट सवारी और नेहरू उद्यान रोमांचक अनुभव देते हैं। मोती मगरी स्थित महाराणा प्रताप स्मारक, भील सेनापति मूर्तियां और पुराने महलों के खंडहर ऐतिहासिक जानकारी देते हैं। गुलाब बाग में टॉय ट्रेन और चिड़ियाघर बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
बागोर की हवेली के संग्रहालय में पगड़ियों और कठपुतलियों का अनोखा संग्रह देखने को मिलता है। सिटी पैलेस में नाचते मोरों की कांच की कारीगरी और महाराणा प्रताप चौक बच्चों को इतिहास से जोड़ते हैं। विंटेज कार संग्रह और फतेह प्रकाश महल के झूमर भी देखने लायक हैं।
लोक कला संग्रहालय में नाचती कठपुतलियां और शिल्पग्राम का आदिवासी संग्रहालय बच्चों को लोकसंस्कृति से परिचित कराते हैं। आहड़ संग्रहालय में प्राचीन पुरातत्व सामग्री उपलब्ध है।
सज्जनगढ़, जिसे मानसून महल कहा जाता है, रोमांचक स्थल है। ऊंचाई से शहर का नजारा बेहद भव्य लगता है। तलहटी में स्थित अभयारण्य में वन्यजीवों को खुले में देखना रोमांचक होता है।
बोहरा गणेश मंदिर और महाकाल मंदिर धार्मिक आस्था के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। उदयपुर हवाई, रेल और बस सेवाओं से देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा है। पूरे वर्ष कभी भी इस खूबसूरत शहर की सैर की जा सकती है।