राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय, कोटा एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद, राजस्थान (कोटा इकाई) के संयुक्त तत्वावधान में बसंत पंचमी उत्सव पर 'युवा पाठक संवाद' कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। मुख्य अतिथि मनोज कुमार, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री, अखिल भारतीय साहित्य परिषद रहे, जबकि अति विशिष्ट अतिथि डॉ. विपिन चंद पाठक, क्षेत्रीय संगठन मंत्री, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. शशि जैन ने की एवं मंच संचालन साहित्यकार विष्णु शर्मा 'हरिहर' ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। मुख्य अतिथि मनोज कुमार ने कहा कि "युवा साहित्यकारों की लेखनी समाज को दिशा देने में सक्षम है। पुस्तक मेले एवं साहित्यिक आयोजनों से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और वे साहित्य सृजन की ओर अग्रसर होते हैं। डिजिटल संसाधनों के साथ पुस्तकों की ओर भी झुकाव आवश्यक है, जिससे विचारधारा सशक्त हो सके।"
अति विशिष्ट अतिथि डॉ. विपिन चंद पाठक ने कहा कि "साहित्य और पुस्तकालय समाज की बौद्धिक संपदा हैं। विद्यार्थी परिषद का उद्देश्य अध्ययन एवं बौद्धिक जागरूकता को बढ़ावा देना है। ऐसे आयोजनों से युवाओं में पठन-पाठन की रुचि विकसित होती है एवं वे भारतीय संस्कृति व परंपराओं से जुड़े रहते हैं।"
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही डॉ. शशि जैन ने कहा कि "बसंत पंचमी केवल ज्ञान की देवी सरस्वती की आराधना का पर्व नहीं, बल्कि नवचेतना, नवीन ऊर्जा और सकारात्मक सोच का संदेश भी देता है। युवा पीढ़ी को साहित्य व पुस्तकालयों से अधिक जुड़कर बौद्धिक विकास करना चाहिए।"
युवा पाठकों व साहित्य प्रेमियों ने भी अपने विचार साझा किए। अंत में आयोजकों ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया।