कोटा, ओम कोठारी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस कैंप के दौरान देहदान और अंगदान पर सेमिनार का आयोजन किया गया। शाइन इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक डॉ कुलवंत गौड और डॉ संगीता गौड ने एनएसएस वॉलिंटियर्स को बताया कि देहदान ही सर्वोत्तम दान है। मृत देह से चिकित्सक नई चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र में क्रांति ला सकते हैं।
डॉ कुलवंत गौड ने कहा कि, शिक्षित युवा देहदान, नेत्रदान और अंगदान के प्रति समाज में जागृति बढ़ा सकते हैं। उन्होंने युवाओं से इस अभियान में सहयोग देने की अपील की। डॉ संगीता गौड ने देहदान को पुण्य कार्य बताते हुए समाज में फैली भ्रांतियों का निवारण करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इसके बाद, अधिवक्ता श्रीमती शीतल पाटील ने महिलाओं से संबंधित कानून की जानकारी दी और बताया कि महिलाओं को कानूनी संरक्षण देने के लिए कई प्रावधान हैं, जिनका ज्ञान होना आवश्यक है।
डॉ अमित सिंह राठौड़, प्रतीक गुप्ता, डॉ शांता चौहान और अन्य स्वयंसेवक सेमिनार में उपस्थित थे।