कोटा । कांस्टेबल वजीर सिंह की मदद से 47 लाख की ठगी का आरोपी राजकुमार को जयपुर से गिरफ्तार किया। आरोपी स्टॉक मार्केट में कमाई का झांसा देकर करता था ठगी। सिटी एसपी डा० अमृता दुहन ने बताया कि साईबर ठगो के खिलाफ प्रभारी एंव त्वरित कार्यवाही के साइबर ठगी के प्रकरण में आरोपियो की धरपकड के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी के निर्देशन में उप अधीक्षक विनोद कुमार पुलिस साइबर थाना अधिकारी के नेतृत्व में सतीश चन्द पुलिस निरीक्षक ने जयपुर से दस्तयाब कर साइबर ठगी के अभियुक्त राजकुमार यादव को गिरफ्तार किया। सिटी एसपी ने
बताया कि आरोपी पिछले 8 महीने से
फरार चल रहा था। काफी समय से ठिकाने
बदलकर छिप रहा था। पहले 3 बार पुलिस
को चकमा देकर भागने में सफल रहा।
इस बार भी पुलिस को देखकर आरोपी
मकान की छतों पर भाग गया। जिसे टीम
ने पीछा करके पकड़ा। आरोपी को कोर्ट
में पेश करके 2 दिन के रिमांड पर लिया
है। आरोपी से ठगी की राशि व घटना
में शामिल अन्य साइबर ठगों के बारे में
पछताछ की जा रही है।शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ठगी करने के लिए लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाते थे। फिर खातेदार को पैसा देकर उन अकाउंट को हायर कर लेते थे। हायर किए अकाउंट में ठगी का पैसा ऑनलाइन ट्रांसफर करवाते थे। आरोपी राजकुमार ने अपने साथी तेजराज यादव व नफीस मोहम्मद से मिलकर लाखों रुपए की ठगी की है। तेजराज व नफीस को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
ये था मामला
14 मार्च को महावीर नगर द्वितीय निवासी रामप्रकाश गोयल ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि 20 दिसंबर 2023 को उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप लिंकआया। ग्रुप एडमिन राजीव मेहता ने स्टॉक
मार्केट में पैसा कमाने का झांसा देकर एक
एप डाउनलोड करवाया। फिर प्रॉफिट का लालच देकर मेरे से 47 लाख 15 हजार
507 रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करवा
लिए। शिकायत पर पुलिस ने टीम का गठन किया। ठगी के प्रयोग में लिए गए अकाउंट,
मोबाइल नम्बरों की जानकारी जुटाई।
तकनीकी जांच से आरोपियों तक पहुंची। पुलिस टीम में श्री विनोद कुमार आरपीएस थानाधिकारी साइबर थाना प्रभारी
सतीश चन्द, साइबर थाना के
कांस्टेबल वजीर सिंह, रामजीत,
कृष्ण मुरारी शामिल थे।