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उज्ज्वला फार्म कालन्द्री में जैन साधु-साध्वीजी का आज चातुर्मास प्रवेश 

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17 Jul 24
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उज्ज्वला फार्म कालन्द्री में जैन साधु-साध्वीजी का आज चातुर्मास प्रवेश 


सिरोही।  बुधवार को पूज्य आचार्य श्री तपोरत्नसूरीजी महाराजा के दो शिष्य एवं 12 साध्वीजी और 20 मुमुक्षु, चतुर्विद संघ के साथ कालन्द्री-पाडीव मार्ग पर कालन्द्री व पाडीव से 5 किमी की दूरी पर स्थित उज्वला फार्म पर शुभ मुर्हुत में चातुर्मास प्रवेश करेंगे। यह चातुर्मास कराने का लाभ कालन्द्री निवासी शा. प्रेमचंद मानाजी शाह परिवार ने लिया है। इसमें श्रावकों को पूज्य मुनिराज खीणमोह महाराज एवं मुनिराज औदायर्रूचि म. सा. एवं श्राविकाओं को पूज्य साध्वीश्री हर्षदर्शिताश्रीजी एवं 11 अन्य साध्वीजी का सानिध्य मिलेगा।
परिवार के प्रमुख शांतिलाल पी शाह व रमेश कुमार पी शाह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चॉतुर्मास की हमारी विनती को आचार्यश्री ने 24 मई 2024 को पावापुरी तीर्थ में प्रदान की  थी और एक महीने से कम समय के भीतर इस फार्म पर साधु-साध्वी-मुमुक्षु और श्रावक- श्राविकाओं के ठहरने की व्यवस्था की व्यापक व्यवस्था दिन रात एक करके की गयी है। रमेश शाह ने बताया कि फार्म हाउस के मुख्य द्वार पर साधु-साध्वी भगवंतो का गाजते-बाजते सामैया किया जायेगा।
फार्म पर बनाया मंदिर, उपासरा व प्रवचन कक्ष
फार्म हाउस पर एक भव्य उपाश्रय, रसोई, भोजनालय और व्याख्यान हॉल के साथ साथ एक चल मंदिर बनाया गया है, जिसमे कल भगवान अभिनंदन स्वामी की प्रतिष्ठित प्रतिमा विराजित की जाएगी। फार्म पर दुर्लभ जैन पुस्तकों और ग्रंथों की एक छोटी सी लाइब्रेरी भी उपलब्ध कराई जा रही है।
दिव्यांगो ने बनाया चार्तुमास का आकर्षक निमंत्रण पत्र
 उन्होंने बताया कि वर्तमान युग से कोसो दूर रहते हुए इस सम्प्रदाय के साधु संत प्राचीन परम्पराओ के अनुसार व्यवस्था के साथ चातुर्मास कर जप, तप व आराधना करते है। इस कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र भी विशेष आकर्षक है क्योकि इसे शारीरिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों ’’ सहायम ’’ नामक एनजीओ द्वारा सूरत से बनवाया गया है। ये निमंत्रण हाँथ से बने कागज पर पर्यावरण-अनुकूल स्याही से बने हैं। किसी तरह से प्लास्टिक या कलर का यह समुदाय उपयोग नही करते है और बेंड बाजे एवं माइक का उपयोग इनके यहां वर्जित है।
डायमंड उधमी अनिल भाई होंगे मुख्य अतिथि
 चातुर्मास प्रवेश सामैया में मुख्य मेहमान के रूप में विख्यात वीनस डायमंड सूरत के चेयरमैन एवं पूज्य आचार्यश्री के भक्त सुश्रावक अनिल भाई दलपत भाई शाह पधारेंगे। यह यहां  खास उलेखनीय है कि इनके दो भाइयों ने इसी समुदाय में दीक्षा ग्रहण की है। 

आर के ट्रस्ट समर्पित हैं सामाजिक सरोकार के लिए
उज्ज्वला फार्म, आर के ट्रस्ट द्वारा विकसित हैं जो पूर्णतः कालंद्री की ग्रामीण समुदाय के उत्थान के लिए समर्पित है। ट्रस्ट 5 करोड़ की लागत से कालन्द्री में बालिका हायर सेकेंडरी स्कूल का भवन बना रहा है। सिरोही जिले के हृदय में स्थित यह फार्म हाउस आत्मनिर्भर है, पर्यावरण के अनुकूल जैविक फार्म, फर्माकल्चर के दिशा निर्देशों पर इसे विकसित किया गया है। यंहा इसमें घोड़ों का अस्तबल के साथ साथ आस पास के मवेशियों के खाने और पीने की विशेष व्यवस्था (काऊ कैफे के रूप में) की गई है। 
साधना के लिए अनुकुल है उज्जवला फार्म
साधु-साध्वी-श्रावक-श्राविका के चार्तुमास के लिए उज्वला फार्म अत्यंत प्राकृतिक वातावरण के साथ साथ आध्यात्मिकता से ओत प्रोत हैं ओर शांत वातावरण में साधना के लिए एक अनूठा स्थल है। प्रवेश समारोह में दक्षिण भारत से अनेक प्रवासी पहुच रहे है।
चातुर्मास चार महीनों की अवधि होती है जिसमें श्रावण, भाद्रपद, अश्विन और कार्तिक शामिल होते हैं। ये मानसून के महीने होते हैं जिनमें सभी जैन साधु और साध्वी अपनी यात्राएं रोकते हैं और किसी मंदिर, मठ या निवास पर ठहरते हैं, जहां वे विशेष व्रत और अनुशासन का पालन करते हैं। इन महीनों में श्रावक और श्राविकाएं भी धार्मिक अनुशासन का कड़ाई से पालन करते हैं और अपने गुरुओं और आचार्यों के साथ आध्यात्मिक प्रवचन का लाभ उठाते हैं।
इस चातुर्मास में डिजिटल उपवास में एक नया आयाम जोड़ा गया है- डिजिटल पचक्खान यानि चातुर्मास के दौरान जैनों द्वारा लिए गए व्रत। शाह परिवार का यह पहला आयोजन होने के उपरांत उन्होंने बंगलुरू में स्थापित व्यवसाय में से समय निकाल कर भव्य रूप से चातुर्मास प्रवेश 2024 राजस्थान के सिरोही जिले कालंद्री, में फार्म हाउस पर आयोजित किया है।


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