(mohsina bano)
जैसलमेर– राजस्थान दिवस साप्ताहिक उत्सव के तहत जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग जैसलमेर द्वारा ऐतिहासिक सोनार दुर्ग की तलहटी में भव्य सांस्कृतिक संध्या और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकारों ने संगीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। पूनमनगर के जमालखां पार्टी ने "केसरिया बालम" और "झिरमिर बरसे मेह" जैसी प्रस्तुतियों से संध्या का आगाज किया। हसन जैसलमेरी की "जैसाण रा जैसल थारो भाग्य पलटयो रे" प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। तगाराम भील एंड पार्टी ने लोक संगीत की सुरमयी लहरियों से माहौल को लोक संस्कृति से सराबोर कर दिया। छुग्गेखां पार्टी की "बोले तो मीठो लागे" प्रस्तुति ने भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन में जाने-माने कवियों ने राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और वीर गाथाओं पर आधारित रचनाएं प्रस्तुत कीं। कन्हैया शर्मा ने राजस्थान का गुणगान करते हुए सम्मेलन का शुभारंभ किया। भोपाल सिंह सौढ़ा ने राजस्थान के पराक्रम और शौर्य गाथाओं का चित्रण किया। ओम भाटिया ने जैसलमेर की विशेषताओं पर आधारित काव्य प्रस्तुति दी। आनंद जगाणी की ग़ज़ल "धीरे-धीरे सुख का आना अच्छा लगता है" को खूब सराहना मिली। लक्ष्मीनारायण खत्री की "पगड़ी" और सुरेश हर्ष की राजस्थान दिवस पर रचना ने भी खूब वाहवाही बटोरी। रंगकर्मी विजय बल्लाणी ने पंच गौरव और मरुश्री विषय पर शानदार प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला कलक्टर प्रताप सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर परसाराम, समाजसेवी दलपत हिंगड़ा सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
सांस्कृतिक संध्या और कवि सम्मेलन ने राजस्थानी लोक संस्कृति और साहित्य की भव्यता को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने बड़े उत्साह के साथ सराहा।