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निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

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19 Mar 25
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निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

जैसलमेर। राजस्थान के सुदुर पश्चिम में स्थित थार रेगिस्तान के बीच में बसा भारत-पाकिस्तान की सीमा पर स्थित जैसलमेर जिले में एसएनएस फाउडेशन, जैसलमेर एवं सुजान द सराय, जैसलमेर द्वारा निःशुल्क पशु चिकित्सा एवं उपचार शिविर का बुधवार को ग्राम भैरवा में आयोजित किया गया।

इस शिविर में एसएनएस फाउडेशन, जैसलमेर के लोकेशन हैड  विजयसिंह तंवर, डॉ. अंकित पांडे पशु चिकित्सा अधिकारी, जैसलमेर, जितेन्द्रसिंह पशुधन निरीक्षक, प्रतापसिंह एवं ग्राम भैरवा के पशुपालक व भेड़ पालक उपस्थित रहे। पशुपालन विभाग, जैसलमेर के संयुक्त निदेशक डॉ. उमेश वंरगटीवार के सहयोग से शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।

            शिविर के दौरान डॉ. उमेश वंरगटीवार संयुक्त निदेशक ने बताया कि एफएमडी-सीपी कार्यक्रम के तहत अपने पशुओं शत् प्रतिशत टीकाकरण कर आर्थिक नुकसान से बचाने की सलाह दी। उपस्थित ऊँट पालकों को उष्ट्र संरक्षण योजनान्तर्गत ब्याई हुई ऊंटनियों के टैगिंग शीघ्र करने के लिए अपील की। पशुओं के नस्ल सुधार के लिये कृत्रिम गर्भाधान योजनान्तर्गत सैक्स सौटेर्ड सीमन उपयोग करने की सलाह दी, जिससे थारपारकर नस्ल की सिर्फ बछडिया पैदा होगी, जिससे निराश्रित नर बछड़ों की संख्या तेजी से कम होगी। इससे दुग्ध उत्पादन बढ़ने से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।

            शिविर के प्रारम्भ में विजयसिंह तंवर ने पशुपालकों एवं ग्रामीणों को पशुपालन एवं पशुओं में फैल रही मौसमी बिमारियों से पशुओं के बचाव एवं घरेलु उपचार के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर तंवर ने यह भी बताया कि जैसलमेर जिले में विभिन्न स्थानों पर ओर भी शिविरों का निःशुल्क आयोजन 20 मार्च को प्रहलादसिंह ढाणी, 21 मार्च को ग्राम जाबंध एवं 22 मार्च को ग्राम सांवला में किया जावेगा।

            ग्राम भैरवा में आयोजित शिविर में 1130 (590 भैड़, 280 बकरी, 162 गाय एवं 98 ऊँटों) पशुओं का उपचार एवं औषधी वितरण का कार्य किया गया। साथ ही 20 ऊँटों के पांव (मेंज) के टीके लगाये गये एवं 78 ऊँटों के पांव (मेंज) के टीके वितरण किये गये। इसके साथ-साथ जैसलमेर जिले में गायों में फैली कर्रा रोग से बचाव के लिये सोडियम ऐसिड फोसफेट पाउडर, चारकोल एवं पेट के किडे की औषधीयों का वितरण किया गया, साथ ही गायों को पाईका बिमारी से बचाव की औषधियों का वितरण किया गया। भेड़ व बकरियों को बदलते मौसम से बचाव के लिये खासी-जुकाम एवं जू-चिचड़ से बचाव के उपायांे के लिये औषधियों का वितरण किया गया एवं साथ ही बिमार भेड़-बकरियों का मौके पर जाकर उनका उपचार किया गया।

            इस अवसर पर एसएनएस फाउडेशन, जैसलमेर द्वारा पशुधन में फैली बीमारियों पर नियंत्रण के लियेएवं जिले के दूरदराज के क्षेत्र जहां पर पशुचिकित्सा संस्थाएं नहीं है, वहां पर जाकर उपचार कर पशुपालकों को राहत पहुंचाने का एक सराहनीय कार्य किया है। इस दौरान एसएनएस फाउडेशन, जैसलमेर द्वारा संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, जैसलमेर डॉ. उमेश वंरगटीवार, डॉ. अंकित पांडे पशु चिकित्सा अधिकारी, जैसलमेर को शिविर को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।


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