जैसलमेर जिला कलक्टर प्रताप सिंह ने सहायक निदेशक पर्यटन को निर्देश दिए कि वे साहसिक पर्यटन गतिविधियों के नियमन के लिए पंजीयन की कार्यवाही प्रारम्भ कर दें एवं पूरा खाका तैयार कर इसको पर्यटन सीजन में अमलीजामा पहनाएॅं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सीजन में साहसिक गतिविधियों के संचालन के लिये जो जोन निर्धारण किए गये है उसी में हो एवं इसके लिए मॉनिटरिंग की प्रक्रिया तैयार कर उसे भी लागु कराएं।
जिला कलक्टर सिंह ने मंगलवार को जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में आयोजित जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने सम व खुहड़ी में रिसोर्ट संचालित है उसका सूचीकरण करवा दें। साथ ही उनसे पंजीयन शुल्क के बारे में भी विस्तार से चर्चा कर उसका भी निर्धारण करवाएॅं । उन्होंने यह हिदायत दी कि बिना पंजीयनधारक किसी भी प्रकार की साहसिक गतिविधियां नहीं करें इसकी भी मॉनेटरिंग करावें। उन्होंने पर्यटन सीजन में यहां आने वाले देशी-विदेशी सैलानियों के साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं हो इसके लिये भी पुख्ता कार्यवाही करावें।
बैठक के दौरान साहसिक गतिविधियों के पंजीयन, संचालन के लिये जोन निर्धारण, पंजीयन शुल्क निर्धारण के बारे में भी विस्तार से समीक्षा की गई। सहायक निदेशक पर्यटक स्वागत केन्द्र कृष्णकांत ने बताया कि साहसिक गतिविधियों के प्राथमिक पंजीयन की प्रक्रिया का खाका तैयार कर आवश्यक कार्यवाही प्रारम्भ करा दी जाएगी। उन्होंने जैसलमेर शहर में स्थापित पर्यटक सहायता बूथों के मरम्मत कराने की आवश्यकता जताई। इस सम्बन्ध में जिला कलक्टर ने आयुक्त नगरपरिषद को निर्देश दिये कि वे इन बूथों की मरम्मत करवा दें।
बैठक में उपखण्ड अधिकारी पवन कुमार, उपवन संरक्षक डीएनपी आशीष व्यास, आयुक्त नगरपरिषद लजपालसिंह सोढा, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्युडी एच.आर. विश्नोई, जिला परिवहन अधिकारी नीतिन बोहरा, विकास अधिकारी सम समिति किसनसिंह, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ. सुरेन्द्र सिंह तंवर, अधिशाषी अभियंता जिला परिषद राधेराम रेवाड़, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्रप्रकाश व्यास उपस्थित थे।