जीका वायरस या जीका बुखार एक वायरस जनित बीमारी है, जिसे फ्लेविवायरस के रूप में जाना जाता है। यह मुख्य रूप से मच्छरों, विशेषकर एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस, के काटने से फैलता है। यह वायरस एक RNA वायरस है, जो जीका संक्रमण का कारण बनता है। इसे "अमीबिक मेनिंगोएंसेफेलाइटिस" कहा गया है। जीका वायरस शरीर की कोशिकाओं का उपयोग करके खुद की प्रतियां बनाता है और इसे वीर्य, रक्त, मूत्र, एमनियोटिक द्रव, मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में पाए जाने वाले तरल पदार्थों में भी पाया जा सकता है। यह वायरस रक्त में एक सप्ताह से लेकर 12 सप्ताह तक रह सकता है।
**ज़ीका के लक्षण:**
जीका से संक्रमित केवल 5 में से 1 व्यक्ति में ही लक्षण दिखाई देते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- बुखार
- सिरदर्द
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
- ठंड लगना और पसीना आना
- आंखों के सफेद भाग में लालिमा
- त्वचा पर उभरे हुए लाल चकत्ते, जिनमें खुजली हो सकती है
**जीका वायरस कैसे फैलता है:**
1. **मच्छर:** जीका संक्रमण का सबसे आम तरीका एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों के काटने से होता है। ये मच्छर वायरस को फैलाते हैं जब वे किसी संक्रमित व्यक्ति को काटते हैं और फिर किसी अन्य व्यक्ति को काटते हैं।
2. **गर्भवती महिला से भ्रूण तक:** यदि गर्भवती महिला को जीका संक्रमण है, तो यह प्लेसेंटा के माध्यम से भ्रूण तक पहुँच सकता है, जिससे बच्चे में माइक्रोसेफली जैसी जन्मजात स्थितियाँ हो सकती हैं।
3. **यौन संपर्क:** जीका वायरस संक्रमण के बाद वीर्य जैसे शरीर के तरल पदार्थों में हफ्तों या महीनों तक रह सकता है, जिससे यह मौखिक, गुदा, या योनि सेक्स के जरिए दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
4. **रक्त आधान:** रक्त आधान के माध्यम से भी जीका संक्रमण फैल सकता है।
**जीका का निदान:**
जीका का निदान रक्त या मूत्र में वायरस के लक्षणों की पहचान के द्वारा किया जाता है।
**कैसे रोकथाम करें:**
1. **मच्छरों से बचाव:** खुले शरीर को कपड़ों से ढँकें, कीट विकर्षक का उपयोग करें, और मच्छरदानी का प्रयोग करें। यात्रा से लौटने के बाद कम से कम तीन सप्ताह तक मच्छरों के काटने से बचें।
2. **कंडोम का इस्तेमाल करें:** यौन संपर्क के दौरान कंडोम का उपयोग करें या सेक्स से दूर रहें।
3. **गर्भधारण से पहले सावधानी बरतें:** यदि आप या आपका साथी गर्भवती होना चाहते हैं, तो जीका प्रभावित क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले सावधानी बरतें।
4. **गर्भवती होने से पहले प्रतीक्षा करें:** यदि आप या आपका साथी जीका प्रभावित क्षेत्र में यात्रा कर चुके हैं, तो गर्भवती होने से पहले कुछ समय प्रतीक्षा करें।
**ज़ीका की जटिलताएँ:**
जीका से पीड़ित कुछ लोगों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (जीबीएस) विकसित होता है, जो एक ऑटोइम्यून विकार है और यह कमज़ोरी और पक्षाघात का कारण बन सकता है।
**शिशुओं में जीका के संक्रमण से होने वाली बीमारियाँ:**
1. **माइक्रोसेफली:** शिशु का सिर सामान्य से छोटा होता है, जिससे मस्तिष्क का विकास ठीक से नहीं होता।
2. **मस्तिष्क का अनुचित विकास:** इसमें न्यूरल ट्यूब दोष, मस्तिष्क में सिलवटों की अनुपस्थिति, हाइड्रोसिफ़लस, मस्तिष्क संरचनाओं का अभाव, मस्तिष्क शोष और अन्य समस्याएं शामिल हैं।
3. **सेरेब्रल पाल्सी:** यह समन्वय और मांसपेशियों को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित करती है।
4. **दृष्टि या श्रवण संबंधी समस्याएं:** शिशुओं में दृष्टि या श्रवण संबंधी समस्याएं पाई जा सकती हैं।
5. **कम वजन का होना:** जन्म के समय शिशु का वजन सामान्य से कम होता है।
**ज़ीका का इलाज:**
जीका या इससे होने वाली जटिलताओं का कोई विशेष इलाज नहीं है। अधिकांश लोगों में हल्के लक्षण होते हैं और वे अपने आप ठीक हो जाते हैं। बाकी का इलाज लक्षणों के आधार पर किया जाता है।