केंद्रीय ग्रामीण विकास और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की योजनाओं का क्रियान्वयन पर राजस्थान की परफार्मेंस की भूरी भूरी प्रशंसा की हैं।
केन्द्रीय मंत्री चौहान ने यह बात राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से गुरुवार को नई दिल्ली के कृषि भवन में हुई मुलाकात के दौरान कही।उन्होंने कहा कि राजस्थान आदर्श तरीके से बहुत अच्छा काम कर रहा है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को बधाई दी। साथ ही मुख्यमंत्री शर्मा को आश्वस्त किया कि
राजस्थान की प्रगति में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय हरसंभव और भरपूर मदद करेगा। शिवराज सिंह ने मुख्यमंत्री शर्मा के प्रस्ताव पर, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत अग्रिम अनुदान के रुप में राजस्थान को 126 करोड़ रुपये देने के प्रस्ताव पर अपनी सहमति जताई और अधिकारियों को धन राशि स्वीकृत करने की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए । साथ ही इस योजना के चौथे चरण में आवासों की मंजूरी भी देने की बात भी कही।
मुख्यमंत्री भजनलाल ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर दोनों नेताओं ने ग्रामीण विकास के विभिन्न विषयों को लेकर सार्थक चर्चा की। केंद्रीय मंत्री सिंह ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा), दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) सहित अन्य योजनाओं के संबंध में राज्य सरकार द्वारा दिए प्रस्तावों पर सकारात्मक रूख दिखाया।
शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गरीबीमुक्त भारत बनाने के लिए चलाए जा रहें कार्यक्रमों को लागू करने की दिशा में राजस्थान द्वारा किए जा रहे नवाचारों को भी सराय। राज्य बजट में भी पांच हजार गांवों का लक्ष्य रखना एक अच्छी पहल हैं।
उल्लेखनीय उस8 कि राजस्थान में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत लगभग 24 लाख आवास बनाने के लक्ष्य का आवंटन किया था, जिनमें से करीब 20 लाख आवासों का काम लगभग पूरा हो चुका है, वहीं 2018 के बाद की राजस्थान की आवास प्लस की जो सूची है, उनमें तकरीबन पौने तीन लाख आवास और शेष है, जो पात्र भाई-बहनों को दिए जाएंगे।
शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मामले में भी राजस्थान द्वारा बहुत अच्छा काम करने को बधाई दी। साथ ही कहा कि लखपति दीदी बनाने का जो लक्ष्य हमने राजस्थान को दिया था, उसमें भी बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। अभी तक चार लाख लखपति दीदियां बन गई है और अब राजस्थान में 25 लाख लखपति दीदियां बनाने का लक्ष्य रखा गया है। सिंह ने बताया कि दीदियों में भी सौर दीदी का एक नया कान्सेप्ट राज्य सरकार लाई है, जिसमें हम पूरा सहयोग करेंगे और साथ मिलकर काम करेंगे, इसके साथ ही पर्यटन दीदी बनाने के काम की पहल भी राजस्थान ने की है। राजस्थान पर्यटन का प्रमुख क्षेत्र है, पर्यटन राजस्थान की अर्थव्यवस्था का प्राण है, बेटी-बहनें इस दिशा में निश्चित ही अच्छा काम करेगी।
ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की योजना के तहत दो करोड़ रुपये प्रति भवन दिए जाएंगे जिसके लिए भूमि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि मनरेगा की मजदूरी और सामग्री की शेष राशि अप्रैल में दी जाएगी। कांग्रेस सरकार के समय मनरेगा में लोकपाल की नियुक्ति एवं सोशल आडिट कराने के कामों को पूरा कराने की हिदायत दी।
नवाचार करने के संबंध में 30 करोड़ रुपये के इनोवेशन फंड का प्रस्ताव मिलते ही यह राशि भी तत्काल स्वीकृत की जाएगी। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि राजस्थान तेजी से प्रगति व विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, इसमें हम जी-जान से भरपूर सहयोग करेंगे।
उल्लेखनीय है कि देश के सबसे बड़े भौगोलिक प्रदेश राजस्थान के तेजी से विकास के लिए ग्रामीण विकास की योजनाओं का विशेष महत्व है और केंद्र से मिलने वाले सहयोग से ग्रामीण विकास को नए पंख लग सकते हैं।