उदयपुर। सांसद मन्नालाल रावत ने संसद में राष्ट्रपति अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस की आदिवासी विरोधी नीतियों को उजागर किया। उन्होंने बताया कि 1951 से 1970 तक 20 वर्षों में कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रपति अभिभाषण में केवल तीन बार ‘आदिवासी’ शब्द का उल्लेख किया, जबकि वर्तमान सरकार में एक ही अभिभाषण में यह दस बार आया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकारों की नीतियों के कारण गुलामी के कानून बने रहे और जनजातीय समाज के प्रति कठोर रवैया अपनाया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनजातीय कल्याण योजनाओं की सराहना की, जिनमें 80 हजार करोड़ रुपये की धरती आबा जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान, पीएम जनमन योजना, एकलव्य रेजिडेंशियल स्कूल और राष्ट्रीय सिकल सेल मिशन जैसी पहलें शामिल हैं।
रावत ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण वामपंथी उग्रवाद समाप्ति की ओर है और 2026 तक नक्सलवाद पूरी तरह मिट जाएगा। उन्होंने आदिवासी समाज के उत्थान के लिए भाजपा को सबसे बड़ी समर्थक पार्टी और प्रधानमंत्री मोदी को उनका सबसे बड़ा संरक्षक बताया।