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बड़ीसादड़ी जैन मित्र मण्डल का स्नेहमिलन एवं वार्षिक सम्मान समारोह सम्पन्न

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05 Jan 25
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बड़ीसादड़ी जैन मित्र मण्डल का स्नेहमिलन एवं वार्षिक सम्मान समारोह सम्पन्न

उदयपुर। बड़ी सादड़ी जैन मित्र मण्डल का स्नेहमिलन एवं वार्षिक सम्मान समारोह हिरणमगरी से. 4 स्थित श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ में आज सम्पन्न हुआ। जिसमें उदयपुर सम्भाग सहित बड़ीसादड़ी एवं देश एवं विदेश से भी बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए।
मण्डल अध्यक्ष अरविन्द जारोली ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि राज्य के सहकारिता एवं उड्डयन मंत्री गौतम दक, समारोह अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि विधायक उदयपुर शहर ताराचन्द जैन, नगर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन, विशिष्ठ अतिथि अमेरीका स्थित जैना अकादमी सम्पर्क समिति के उपाध्यक्ष डॉ.मनीष मेहता थे।




मुख्य अतिथि गौतम दक ने कहा कि बड़ी सादड़ी के विकास को केन्द्र की भाजपा सरकार ने क्षेत्र में रेल सेवा शुरू कर गति दी। बड़ी सादड़ी अब देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़ गया है। इस आयोजन से न केवल बड़ीसादड़ी के वरन् उदयपुर में रह रहे प्रवासी बड़ी सादड़ी के समाजजनों के लिये मिलने का एक बहुत बड़ा अवसर होता है।    
विधायक ताराचन्द जैन ने कहा कि ऐसे आयोजन परस्पर भाईचारा बढ़ाने और परदेस में भी अपनों के साथ अपनेपन का एहसास करवाने वाले होते हैं। इससे आपसी प्रेम और भाईचारा बढ़ता है तथा जिन भी प्रतिभाओं का सम्मान होता है उन्हें जीवन में और भी आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है।
नगर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन ने कहा कि ऐसे आयोजन समय की प्रमुख मांग है। आज का युवा अपनी पढ़ाई और कैरियर बनाने में ही इतना व्यस्त रहता है कि उसे सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों की न तो जानकारी हो पाती है और न ही वह उनमें जा पाता है और तो और उन्हें इतना समय भी नहीं मिल पाता है किवह समाज के वरिष्ठ एवं वृद्धजनों के साथ बैठ कर सामाजिक जानकारियां भी प्राप्त कर सके। ऐसे आयोजन सभी को एकता के धागे में पिरोने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि उदयपुर में रहते हुए समाजहित में जो भी नियमों के तहत उनसे बन पड़ेगा वह जरूर करने का प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अमेरिका में निवास कर जैनिज्म का प्रचार प्रसार कर रहे बड़ीसादड़ी मूल के डॉ मनीष मेहता ने कहा कि जैन दर्शन में कण-कण स्वतंत्र है इस सृष्टि का या किसी जीव का कोई कर्ताधर्ता नही है। सभी जीव अपने अपने कर्मों का फल भोगते है। जैन दर्शन में भगवान न कर्ता और न ही भोक्ता माने जाते हैं। जैन दर्शन मे सृष्टिकर्ता को कोई स्थान नहीं दिया गया है। जैन धर्म में अनेक शासन देवी-देवता हैं पर उनकी आराधना को कोई विशेष महत्व नहीं दिया जाता। जैन धर्म में तीर्थंकरों जिन्हें जिनदेव, जिनेन्द्र या वीतराग भगवान कहा जाता है इनकी आराधना का ही विशेष महत्व है। इन्हीं तीर्थंकरों का अनुसरण कर आत्मबोध, ज्ञान और तन और मन पर विजय पाने का प्रयास किया जाता है।
सचिव कमलेश सामोता ने मण्डल का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए वर्तमान में किये गये कार्यों एवं भविष्य में प्रस्तावित आयोजनों की रूपरेखा सभी के सामनें रखी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही आने वाले दिनों में मण्डल की और से अयोध्या धाम की यात्रा प्रस्तावित है जिसे बहुत ही जल्द मूर्त रूप दिया जाएगा।  कोषाध्यक्ष कनक मेहता ने मण्डल का आय-व्यय का ब्योरा बताते हुए दो बैंलेंस शीट कालेखा-जोखा सभी के सामने रखा।
निदेशक मण्डल के श्याम नागौरी ने अपने उद्बोधन में वर्तमान में मण्डल के कार्यों की सराहना करते हुए उनकी हौंसला अफजाई की। उन्होंने कहा कि मण्डल ने उन्हें दायित्व सौंपा है कि बलीचा में जो जमीन है उस पर भवन का निर्माण उनकी देख-रेख में हो। इसपर उन्होंने विश्वास दिलाया कि उनके हर सम्भव प्रयास रहेंगे कि आने वाले दो साल के भीतर वहां पर भवन बन कर तैयार हो जाएगा और वह उम्मीद करते हैं कि अगला जो हमारा स्नेह मिलन होगा वह वहीं पर होगा। समारोह में उपस्थित आमसभा ने अध्यक्ष अरविन्द जारोली केे कार्यकाल को 2 वर्ष बढ़ानें पर सहमति प्रदान की।
स्वागत उद्बोधन देते हुए मण्डल अध्यक्ष अरविन्द जारोली ने कहा कि हमारंे विचार, हमारा भाईचारा और आपसी स्नेह हमारी पहचान हैं। उन्होंने कहा कि 1985 में मण्डल की स्थापना से लेकर आज तक इस मण्डल ने कई समाजोपयोगी एवं जन हितेषीकार्य किये हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य ही मानव सेवा है। इनमें प्रमुख रूप से रक्तदान शिविर, शिक्षा के क्षेत्र में, समाजसेवा के क्षेत्र में, कमजोर एवं मध्यमवर्ग को आर्थिक सहायता, सहायता, सहयोग एवं सम्बल प्रदान करना जिनमें चिकित्सा एवं शिक्षा के क्षेत्र को प्रमुखता प्रदान की जाती है। अभी तक मण्डल ने प्रयास करके डबोक में और बलीचा में सरकार से रियायतर दरों पर भूखण्ड भी प्राप्त किये हैं। मण्डल अभी तक 2957 जरूरतमन्दों को रक्त उपलब्ध करवा चुका है।
इस दौरान जारोली ने मुख्य अतिथि दक से मांग की कि उदयपुर से बड़ीसादड़ी जाने के लिए सवेरे 9.15 बजे से पहले कोई भी रोडवेज बस संचालित नहीं होती है इसलिए बड़ीसादड़ी में प्रातःकालीन समय में होने वाले सामाजिक आयोजनों से यहां का प्रवासी वंचित रह जाता है। इसलिए प्रातःकाल जल्दी उदयपुर से बड़ी सादड़ी तक की रोडवेज बस सेवा प्रारम्भ की जाए।
कार्यक्रम संयोजक सुनील मेहता ने बताया कि कार्यक्रम में समाजगौरव अलंकरण से उपकुलसचिव मेडिकेप्स विश्वविद्यालय, इन्दौर के अशोक पितलिया, समाजविभूति अलंकरण से बड़ीसादड़ी के व्यवसायी देवेन्द्र मेहता, समाजभूषण अलंकरण से सेवानिवृत्त प्रबंधक पीएनबी के रमेश मेहता, समाज निधि अलंकरण से भीलवाड़ा के युवा उद्यमी दीपक जारोली, युवा गौरव अलंकरण से समाजसेवी एवं व्यवसायी दिलीप गदिया, समाजरत्न अलंकरण से फाउण्डर एवं सीईओ, जैन साइबर सोल्युशन, इन्दौर के वीरेन्द्र कोठारी, समाजविभुति अलंकरण हितेष मोगरा जनरल मैनेजर (सेल्स) वण्डर सीमेन्ट, उदयपुर, समाजभूषण अलंकरण वीरेन्द्र दलाल, तपोनिधि अलंकरण श्रीमती मींरा-सुनील मेहता, युवा गौरव अलंकरण प्रबन्धक, अल्ट्राटेक सीमेन्ट लि. पिंडवाड़ा के अनिल मेहता,आदर्श दम्पति अलंकरण से धर्मनिष्ठ दम्पत्ति एवं समाजसेवी अशोक-श्रीमती मन्जूलता सर्राफ को प्रदान किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों ने मण्डल द्वारा प्रकाशित नव वर्ष के कलेण्डर का विमोचन किया। कार्यक्रम में निदेशक प्रकाश मेहता, मनोहर मोगरा,जीवन दक,मोहनलाल मेहता,मदन रंाका,रोशन रामपुरिया,राकेश मोगरा,महिला मण्डल की अध्यक्ष उर्मिला नागौरी,सचिव हेमलता जारोली भी मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन सोनल कंठालिया ने किया। आभार मण्डल के उपाध्यक्ष विनोद गदिया ने व्यक्त किया। मण्डल अध्यक्ष अरविन्द जारोली ने बताया कि समारोह का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन एवं भगवान महावीर पर माल्यार्पण एवं स्वागत गीत की प्रारम्भ में  बड़ीसादड़ी जैन मित्र मण्डल के पदाधिकारियों ने सभी अतिथियों का माला, पगड़ी, उपरना एवं शॉल ओढ़ा कर स्वागत अभिनन्दन किया।


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