उदयपुर। भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित, लिम्का बुक एवं द बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर जादूगर आंचल 23 दिसम्बर को गांधी ग्राउण्ड में शाम 5 बजे रोमांच से भरपूर एवं खतरनाक 'एडवेंचर विद फायर' कार्यक्रम का निःशुल्क प्रदर्शन करेगी।
इस कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जादूगर आंचल ने बताया कि वर्तमान में विद्यार्थियों और अभिभावकों के बीच पढ़ाई को लेकर मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण कई बार विद्यार्थी अवसाद का शिकार हो जाते हैं और आत्महत्या जैसी घातक स्थिति में पहुंच जाते हैं। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, जादूगर आंचल अपने 'ब्रेक द डिप्रेशन' अभियान के तहत इस खतरनाक और साहसिक प्रदर्शन का आयोजन करेंगी।
आंचल ने बताया कि इस कार्यक्रम में वे 80 किलो वजनी और 131 ताले लगी 150 फीट लंबी लोहे की जंजीर के साथ प्रदर्शन करेंगी, और इसके लिए प्रशासन से अनुमति प्राप्त की है। यह उनका तीसरा आयोजन है। इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र और उत्तराखंड में भी इस प्रकार के आयोजन किए हैं। वे दुनिया की पहली महिला जादूगर हैं जो इस प्रकार के प्रदर्शन का आयोजन कर रही हैं और अब तक 14500 शो कर चुकी हैं।
आंचल ने भविष्य में उदयपुर में एक जादू स्कूल खोलने का भी विचार किया है, ताकि युवा पीढ़ी इस दिशा में अपना करियर बना सके। उन्होंने जादू की कला को संरक्षण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि छात्रों की मानसिक स्थिति सुधारने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रम बेहद महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम संयोजक एवं युवा समाजसेवी डॉ. जिनेन्द्र शास्त्री ने कहा कि आत्महत्या जीवन का अंतिम अध्याय नहीं है, और यह आयोजन मेवाड़ की बेटी का मेवाड़ के लोगों के लिए है, जिसका उद्देश्य आत्मविश्वास और उत्साह बढ़ाना है।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों और आम जनता में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है, ताकि वे जीवन में आने वाली किसी भी समस्या या चुनौती का सामना मजबूती से कर सकें और कभी हार न मानें।