बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, जिन पर छह धाराओं में केस दर्ज हुआ। वहीं, कांग्रेस ने अपने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी।
घटना के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा में नेता सदन जे.पी. नड्डा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। दूसरी ओर, कांग्रेस ने संसद के सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की। मुंबई तक मामला पहुंचने पर कांग्रेस कार्यालय पर हमला और तोड़फोड़ की खबरें भी आईं।
घटना की शुरुआत गुरुवार को संसद के बाहर भाजपा और कांग्रेस सांसदों के प्रदर्शन से हुई। आरोप है कि राहुल गांधी ने बीजेपी सांसदों को कथित रूप से धक्का दिया। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने इसे भाजपा की साजिश बताया और शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दावा किया।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर अभद्रता और अशोभनीय व्यवहार का आरोप लगाया। इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन के गेट्स पर धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी।
संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार हंगामे के चलते आठ-नौ दिन कामकाज ठप रहा। जनता में रोष है और कह रही है कि यह धक्का किसी सांसद को नहीं, संसद की गरिमा को लगा है।