तेरापंथ युवक परिषद, उदयपुर द्वारा सामाजिक सरोकार के अंतर्गत दो विशेष नाटकों का मंचन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन आचार्य श्री महाश्रमण जी के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि सुरेश कुमार जी हरनावा एवं सहवर्ती संतो के पावन सानिध्य में हुआ।
भूपेश खमेसरा की अध्यक्षता में, "बच्चा डूब गया" और "सूखा हैंडपंप" नाटिकाओं का मंचन किया गया। "बच्चा डूब गया" में एक घर की बहू की मोबाइल की लत के कारण उसके बच्चे की जान चली जाती है, जिससे यह संदेश मिलता है कि मोबाइल का उपयोग दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। इस नाटिका में प्रतीक जैन, कविता जैन, सीमा खमेसरा, और सरिता बम्ब ने अभिनय किया।
दूसरी नाटिका "सूखा हैंडपंप" में जल संकट के बारे में चेतावनी दी गई कि अगर हम जल का दुरुपयोग करते रहे, तो हमारे भूमि जल स्रोत सूख सकते हैं। इस नाटिका का निर्देशन डॉक्टर पीसी जैन ने किया, और कलाकारों में प्रतीक जैन, कविता जैन, भूपेश खमेसरा, सीमा खमेसरा, राजू बम्ब, सरिता बम्ब, साजन मांडोत, और चांदनी मांडोत शामिल थे।
दोनों नाटिकाओं को देखकर मुनि श्री सुरेश कुमार जी ने इन सामाजिक समस्याओं पर प्रकाश डाला और युवक परिषद से आग्रह किया कि मोबाइल और जल के दुरुपयोग को रोकने के लिए सतत प्रयास जारी रखें और ऐसी जागरूकता बढ़ाने वाली नाटकों का मंचन करते रहें।