राजस्थान की पूरी सरकार बुधवार को नई दिल्ली में मौजूद रही। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य, और राज्य विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सहित अन्य वरिष्ठ नेता राष्ट्रीय राजधानी में देखे गए। इसके अतिरिक्त, राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत और प्रदेश के वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स भी दिल्ली में रहे। जोधपुर हाउस और चाणक्यपुरी स्थित राजस्थान स्टेट गेस्ट हाउस में पूरे दिन चहल-पहल बनी रही।
मुख्य सचिव सुधांश पंत और अन्य अधिकारी आरएएस अधिकारियों के प्रमोशन से जुड़ी बैठकों में व्यस्त रहे। वहीं, अधिकांश नेता राष्ट्रीय महिला आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष विजया राहटकर के गृह प्रवेश, गीता पाठ और सहभोज कार्यक्रम में शामिल हुए। विजया राहटकर को मिले नए दायित्व के लिए बधाई देते हुए नेताओं ने उनके समर्पण की सराहना की।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिल्ली दौरे के साथ ही राजस्थान में भाजपा सरकार के विस्तार और पुनर्गठन की अटकलें तेज हो गई हैं। जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हुए सफल आयोजन के बाद इन चर्चाओं को और बल मिला है। मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, और वरिष्ठ मंत्री जोगाराम पटेल के एक साथ दिल्ली पहुंचने से यह संभावनाएं मजबूत हुई हैं।
सूत्रों के अनुसार, सरकार के एक साल पूरे होने के बाद मंत्रिमंडल में नॉन परफॉर्मर मंत्रियों को हटाकर नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। साथ ही, ब्यूरोक्रेसी में भी बड़े बदलाव संभावित हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर से लेकर उपखंड स्तर तक अधिकारियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जयपुर के जलसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रशंसा से यह स्पष्ट हुआ है कि उन्हें अब मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल का फ्री हैंड मिलेगा। विधानसभा उपचुनाव और राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट की सफलता से मुख्यमंत्री का आत्मविश्वास बढ़ा है।
मकर संक्रांति के बाद राजस्थान में भजनलाल सरकार के विस्तार और पुनर्गठन की संभावनाएं प्रबल मानी जा रही हैं। अब देखना होगा कि नया साल किन नेताओं के लिए खुशखबरी लेकर आता है।