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प्रवासी भारतीय दिवस की तर्ज पर अब हर साल दस दिसम्बर को प्रवासी राजस्थान दिवस का होगा आयोजन 

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11 Dec 24
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प्रवासी भारतीय दिवस की तर्ज पर अब हर साल दस दिसम्बर को प्रवासी राजस्थान दिवस का होगा आयोजन 

राजस्थान में प्रवासी भारतीय दिवस की तर्ज पर अब हर साल दस दिसम्बर को प्रवासी राजस्थान दिवस का आयोजन होगा। साथ ही 
प्रवासियों के लिए अलग विभाग  भी  बनाया जाएगा। यह घोषणा मंगलवार को “राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट“ के दूसरे दिन “प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव“ को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने की। उन्होंने यह घोषणा भी कि राजस्थान सरकार प्रतिवर्ष प्रवासी सम्मान भी देगी। प्रवासी राजस्थानियों के परिवारों को किसी तरह की समस्या आती है, तो इसके लिए हर जिले में सिंगल प्वाइंट कॉन्टेक्ट भी बनाया जाएगा।

कॉन्क्लेव के मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ बागडे और विशिष्ठ अतिथि सिक्किम  के राज्यपाल ओम माथुर थे। इस मौके पर केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव भी मौजूद थे। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, राज्य के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन राठौड़ सहित अन्य मंत्री गण,विधायक गण, मुख्य सचिव सुधांश पंत,अन्य अधिकारी  एवं बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।

इस मौके पर राज्यपाल बागडे ने कहा कि   प्रवासी राजस्थानियों पर राजस्थान का अधिकार है। प्रदेश और देश विदेश के दस करोड़ से अधिक राजस्थानियों को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा हक से बुलाकर राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित करें। उन्होंने कहा कि राजस्थानी जहां जहां जाकर बसे हैं वहां की अर्थव्यवथा में उन्होंने सुधार किया है। उन्होंने प्रवासियों से भी अपील की कि वे यहां आएं और मातृभूमि का ऋण चुकाने के लिए निवेश करें। अब समय राजस्थान को विकसित करने का है।उन्होंने कहा कि हमारे महाराष्ट्र में कहावत है, जहां न पहुंचें बैलगाड़ी वहां पहुंचे मारवाड़ी। राज्यपाल ने कहा कि दुग्ध क्षेत्र में राजस्थान अग्रणी है। इस क्षेत्र में और विकास की आवश्यकता है। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री शर्मा ने राजस्थान के विकास को रेखांकित किया कि प्रदेश के हाईवे का तीसरा एवं रेलवे का पांचवां सबसे बड़ा नेटवर्क, सात प्रमुख हवाई अड्डे और दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर राजस्थान को परिवहन के लिए अत्यंत सुविधाजनक स्थान बनाते हैं। भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान अब बड़े अवसरों की भूमि बन रहा है। उन्होंने कहा कि हम अगले 5 साल में राज्य की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर करने के संकल्प के साथ हम काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा में अग्रणी है तथा सौर एवं पवन ऊर्जा उत्पादन की भी यहां अनुकूल स्थितियां हैं। 


शर्मा ने राजस्थान में अपार संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यहां का हर कोना, अपनी समृद्ध धरोहर, प्रकृति, संस्कृति और विविधताओं का दर्शन करवाता है। यहां वाइल्ड लाइफ, वेलनेस, वेडिंग एवं धार्मिक पर्यटन के बढ़ने के कारण होटलों की मांग तेजी से बढ़ रही है। राजस्थान में प्रतिवर्ष देश-विदेश से करोड़ों पर्यटक आते हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने निवेशकों के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है। निवेशकों के लिए 10 नई नीतियां बनाने के साथ ही राज निवेश पोर्टल से समयबद्ध मंजूरी भी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों से अपील की है कि वे राज्य के विकास में भागीदार बनें तथा अपनी मातृभूमि में निवेश कर अपनी आने वाली पीढ़ी के जुड़ाव को मजबूत करें।

इस मौके पर प्रवासी उद्योगपति एन. सेठिया ग्रुप ऑफ कम्पनीज (यूके) के फ़ाउण्डर एवं चेयरमैन श्री निर्मल कुमार सेठिया,राजस्थान बिजनेस एवं प्रोफ़ेशनल्स ग्रुप (दुबई) के चेयरमैन   अशोक ओढरानी ,सीजी कार्प ग्रुप के चैयरमैन एवं नेपाल के संसद सदस्य डॉ. बिनोद चौधरी,पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल ने भी अपने विचार रखे।

राज्य के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन राठौड़ ने देश विदेश से आए प्रवासियों का स्वागत करते हुए कहा कि राइजिंग राजस्थान राज्य सरकार का संकल्प है और प्रवासी राजस्थानी इस संकल्प को पूरा करने वाली टीम का अहम हिस्सा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने प्रदेश में  निवेश के क्षेत्र में लालफ़ीताशाही को ख़त्म किया है। प्रदेश में निवेश एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियों को लागू किया है, जिनमें माध्यम से निर्यातकों को फ्रेट सब्सिडी से लेकर निवेशकों को सिंगल विंडो सिस्टम की सुविधा प्रदान की जा रही है।

समारोह का प्रमुख आकर्षक पश्चिमी राजस्थान के 108 लंगा एवं मांगणियार बाल-कलाकारों ने ‘पधारो म्हारे देस’ लोकगीत की मनमोहक प्रस्तुति रही। इस अवसर पर ‘प्रदेश में निवेश के अवसर’ एवं ‘प्रवासी राजस्थानी’ थीम पर आधारित लघु फ़िल्म्स भी प्रदर्शित की गई। 

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दूसरे दिन मंगलवार को अमेरिका (यूएसए) कंट्री सेशन में सप्लाई चेन और मैन्युफैक्चरिंग पर गहन चर्चा हुई। इस सत्र को राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  गजेंद्र सिंह ने संबोधित किया। 

इधर सऊदी अरब के उप मंत्री शेख श्अब्दुल मजीद फलाह के नेतृत्व में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट में हिस्सा ले रहे प्रतिनिधिमण्डल ने राज्य में खनिज और पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में निवेश में रुचि दिखाई है।

शाम को जय पैलेस होटल के खुले प्रांगण में रविन्द्र उपाध्यक्ष के सुमधुर गीतों  और मैत्रेई पहाड़ी के कथक फ्यूजन ने प्रवासियों का मन मोहा।

राजस्थान सरकार द्वारा अपने शासन काल के प्रथम वर्ष में ही राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट आयोजित करने के फैसले का प्रवासी राजस्थानियों ने बहुत सराहा है और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा की गई घोषणाओं का स्वागत किया है।

देखना है राइजिंग राजस्थान का यह सफर अपनी मंजिल पाने के कहां तक सफल रहता है?


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