उदयपुर। दीपावली के बाद आज भाई-बहन के स्नेह और अटूट विश्वास के प्रतीक, सनातन परंपरा के वाहक, प्रेम, समर्पण व कर्तव्य परायणता के भाई दूज त्यौहार पर सोजतिया ज्वैलरी पर भाई बहिनों की भीड़ उमड़ी। इस त्यौहार पर भाईयों ने अपनी बहिनों को सोने-चंादी की ज्वैलरी उपहार में दी।
सोजतिया ज्वैलर्स के निदेशक डॉ. महेन्द्र सोजतिया ने बताया कि आज जब भाई-बहिन सोजतिया ज्वैलर्स पर आयें और बहिन ने रिंग पसन्द की। नई-नई नौकरी लगे भाई का बजट 30 हजार रूपयें का ही था लेकिन बहिन ने जो रिंग पसन्द की थी वह 37 हजार की थी। इस पर बड़ी बहिन ने आराम से कहा कि वे तीस हजार दे दें और शेष रकम वह दे देगी। बहिन ने शेष रकम देकर भाई बहिन के बीच इस अटूट प्रेम को दर्शाया। इस पर वहंा उपस्थित अन्य सभी ग्राहकों ने दोनों भाई-बहिन को दीर्घायु का आशीर्वाद दिया।
डॉ. सोजतिया ने बताया कि यमराज व युमना दोनों भाई बहिन थे और दीपावली के बाद यमुना ने भाई यमराज को अपने घर भोजन के लिये आमंत्रित करती है। यमराज जब यमुना के घर पंहंचे तो यमुना ने यमराज से कहा कि वे चाहती है कि इस दिन प्रतिवर्ष बहिन अपने भाई को भोजन करायें और बहिन भाई की दीर्घायु की कामना करें और उसके बाद दीपावली पश्चात द्वितीया को यह पर्व मनाया जाने लगा।
आज सुबह से ही भाई बहिन की जोड़ी के रूप में शोरूम पर आते गये। कुछ भाईयों ने ईयररिंग्ंस,लाईटवैट ज्वैलरी के रूप में गले का हार,चैन,पायल, डायमण्ड अंगूठी दिला बहिनों का दिल जीत लिया।