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एमएमपीएस स्वर्ण जयंती सम्मेलन में वाद-विवाद और आलोचनात्मक चिंतन का जश्न मनाया गया

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07 Oct 24
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एमएमपीएस स्वर्ण जयंती सम्मेलन में वाद-विवाद और आलोचनात्मक चिंतन का जश्न मनाया गया

महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल, उदयपुर में 4 और 5 अक्टूबर 2024 को आयोजित एमएमपीएस गोल्डन जुबली डिबेट्स एंड क्रिटिकल थिंकिंग कॉन्क्लेव का राष्ट्रीय संस्करण विद्वत्ता, वाक्पटुता और संवाद कला का प्रतीक बना। इस प्रतिष्ठित आयोजन में भारत के सात राज्यों के 10 प्रतिष्ठित विद्यालयों की 16 टीमों ने भाग लिया, जिनमें सीबीएसई, आईबी, आईजी और आईसीएसई-आईएससी जैसे विभिन्न शैक्षिक बोर्डों का प्रतिनिधित्व किया गया।

इस बौद्धिक यात्रा का शुभारंभ एमएमपीएस और एमएमवीएम के सीईओ श्री संजय दत्ता, एमएमपीएस के प्राचार्य श्री मयंक त्रिवेदी, और कार्यक्रम क्यूरेटर, शिक्षाविद और नाटककार श्री पार्नब मुखर्जी द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इनके साथ जजों के रूप में श्री सहज भाटिया और श्री देवांशु सेनगुप्ता भी उपस्थित थे, जिनके विवेकपूर्ण निर्णयों ने इस आयोजन को सही दिशा दी।

पहले दिन में टर्नकोट डिबेट से लेकर एक्सटेम्पोर लेखन, इंस्टॉलेशन, और बहुप्रतीक्षित शेक्सपियर ड्यूएलॉग "बार्ड्स बैंटर" जैसी विविध और चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिताएं हुईं। दिन का समापन होटल शिकारबाड़ी में हुआ, जहां आई.पी.एस.सी. ट्रस्ट के चेयरमैन और शिक्षा क्षेत्र के दिग्गज श्री प्रमोद शर्मा ने दिन के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए।

बार्ड्स बैंटर - शेक्सपियर ड्यूएलॉग:

सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय दल: सनबीम स्कूल, वाराणसी (सरस्वती केशरी और साक्षी मेहता)

राष्ट्रीय प्रथम रनर-अप: पाल्जोर गर्ल्स स्कूल, गंगटोक, सिक्किम (अनिशा मंगेर और वंशिका छेत्री)

राष्ट्रीय द्वितीय रनर-अप: मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड, दिल्ली (आनना सिन्हा और नर्गिस मल्होत्रा)

क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड: दिल्ली पब्लिक स्कूल, सेक्टर 45, गुरुग्राम (ओजस्या चुघ और आयुष्मान चौधरी)

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार: अग्रता जोशी (द राजकुमार कॉलेज, राजकोट), नयोमी मेनारिया (सेंट एंथनी, उदयपुर), नव्या शर्मा (नीरजा मोदी, उदयपुर)


द टिपिंग पॉइंट - क्रिएटिव राइटिंग एंड विजुअल आर्ट इंस्टॉलेशन:

सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय दल: मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल, अजमेर (सेहज संघेरा और अमायरा अरोरा)

राष्ट्रीय प्रथम रनर-अप: सिंगापुर इंटरनेशनल स्कूल, मुंबई (रिया सावंत और इवाना बंदोपाध्याय)

राष्ट्रीय द्वितीय रनर-अप: पंजाब पब्लिक स्कूल, नाभा (अन्या बाथ और मंटेश्वर सिंह राणू)

क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड: ला मार्टिनियर कॉलेज, लखनऊ (डैरिल जेम्स रॉजर्स और आरोन स्टीफन डी'कोस्टा)

सर्वश्रेष्ठ लिखित पाठ: द इंडियन स्कूल, दिल्ली (आश्मिन मल्होत्रा और दीपांशी मोइत्रा)


दूसरे दिन प्रतिभागियों ने बहु-प्रारूप बहसों में भाग लिया, जिसका समापन ऐतिहासिक ख़ुश महल में भव्य समापन समारोह के साथ हुआ। इस समापन समारोह की अध्यक्षता विद्या दान ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. लक्षराज सिंह जी मेवाड़ ने की, जिन्होंने अपने प्रेरणादायक संबोधन में सभी प्रतिभागियों को ऊंचे बौद्धिक लक्ष्यों की ओर प्रेरित किया।

प्लुरिलॉग्स (मल्टी-फॉर्मेट डिबेट्स):

समग्र चैंपियनशिप और सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रीय दल: मॉडर्न स्कूल, बाराखंभा रोड, नई दिल्ली (जारा जावेद, सिया गुप्ता, अहाना सिन्हा और नर्गिस मल्होत्रा), जिसमें जारा जावेद को ब्लॉक एंड टैकल डिबेट राउंड में सर्वश्रेष्ठ वक्ता घोषित किया गया।

राष्ट्रीय प्रथम रनर-अप: सनबीम स्कूल, वाराणसी (समृद्धि अग्रवाल, अयान मेहता, साक्षी मेहता और सरस्वती केशरी)

संयुक्त तृतीय स्थान: पंजाब पब्लिक स्कूल, नाभा (आकाश वीर सिंह संधू, कुदरत कौर राय और अन्या बाथ), मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल, अजमेर (आरना जायसवाल, अनिका सिंह और अमायरा अरोरा), और महाराणा मेवाड़ पब्लिक स्कूल (औदाद अहमद, सलमा अफरीन हुसैन और दिया सोनी)


विशेष मान्यताएँ:

सर्वश्रेष्ठ शोध दल: सीडलिंग मॉडर्न पब्लिक स्कूल, उदयपुर (शोएब बिवरवाला, आंचल बेदी और अनुराग सिंह राव)

सर्वश्रेष्ठ भाषण समन्वय और तालमेल: द राजकुमार कॉलेज, राजकोट (सौम्या पंजवानी, अग्रता जोशी और ज़ील सेलारका)

सर्वश्रेष्ठ वक्ता, टर्नकोट डिबेट (प्रारंभिक राउंड): अनिका सिंह (मेयो कॉलेज गर्ल्स, अजमेर), अस्मिता शर्मा (पाल्जोर नामग्याल गर्ल्स स्कूल, सिक्किम), अद्विका सिंह (हेरिटेज गर्ल्स स्कूल, उदयपुर)

सर्वश्रेष्ठ वक्ता, एक्सटेम्पोर (प्रारंभिक राउंड): सौम्या पंजवानी (द राजकुमार कॉलेज, राजकोट), मोनल भाटिया (सेंट एंथनी, उदयपुर), आश्मिन मल्होत्रा (द इंडियन स्कूल, दिल्ली)


इस कॉन्क्लेव का समापन पैनल चर्चा के साथ हुआ, जिसका संचालन श्री पार्नब मुखर्जी ने किया। चर्चा का प्रमुख विषय "कल के लिए बच्चों के कौशल" था। श्री प्रमोद शर्मा और डॉ. लक्षराज सिंह जी मेवाड़ के विचारशील योगदानों ने बच्चों में महत्वपूर्ण सोच, सामाजिक जागरूकता और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने के महत्व को रेखांकित किया।

यह सम्मेलन केवल एक प्रतियोगिता नहीं था, बल्कि बौद्धिक जिज्ञासा और संवाद का उत्सव था। एमएमपीएस गोल्डन जुबली डिबेट्स एंड क्रिटिकल थिंकिंग कॉन्क्लेव का यह संस्करण भविष्य की पीढ़ियों को विद्वता, सोच और वाककला के क्षेत्र में प्रेरित करता रहेगा।
 


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