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ताऊ की टपरी

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30 Sep 24
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ताऊ की टपरी

 रोहन राहुल नीतू अंकिता चारों दोस्त है चारों ही इंजीनियरिंग के स्टूडेंट हैं। एमबीएम कॉलेज से इंजीनियरिंग की स्टडी कर रहे हैं। चारों ही इंजीनियरिंग करने के लिए अपने अपने गांव से दूर जोधपुर शहर आए हैं लेकिन चारों पढ़ाई में होशियार है और चारों की दोस्ती इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद में हुई है चारों मस्तीखोर खूब है नीतू और अंकिता कुछ कुछ शर्मीली भी है क्योंकि थोड़े गांव का एटमॉस्फेयर भी उनमें अभी बाकी है लेकिन रोहन और राहुल गांव के होने के बावजूद शहर आते जाते रहते थे और शहर के लड़कों से दोस्ती भी रखते थे इसीलिए वे पूरी तरीके से खुले हुए थे मतलब जो मन में आता बोल दिया करते लेकिन अंकिता और नीतू थोड़ा संकोच कर लेती चारों अच्छे से क्लास लेते और फिर जोधपुर की सड़कों पर घूमने के लिए निकल पड़ते । घूमते घूमते एक दिन वे ताऊ की टपरी पर आए वहां आकर उन्होंने देखा केवल उनतीस रुपए में कॉफी और तीस रुपए में बर्गर  मिल रहा है साधारण सी दिखने वाली ताऊ की टपरी पर भीड़ बहुत थी । नीतू कहने लगी यार भीड़ बहुत है और बैठने के लिए भी कोई खास जगह दिखाई नहीं पड़ रही है चलो चलते हैं कहीं और कॉफी पी लेंगे। अंकिता भी नीतू की बात का सपोर्ट करते हुए कहती है चलो यार कहीं और कॉफी पी लेंगे यहां मुझे ठीक नहीं लग रहा है भीड़ बहुत है। रोहन और राहुल कहते हैं यार मुझे तो इंटरेस्टिंग लग रहा है यहां पर बहुत कुछ ।तब अंकिता और नीतू कहती है तुम्हें इंटरेस्टिंग तो लगेगा यहां पर लड़कियां जो दिखाई दे रही है । राहुल और रोहन कहते हैं तुम चुप करो चलो कॉफी पीते हैं चारों कॉफी पीते हैं और बर्गर खाते हैं कॉफी टेस्ट में बेस्ट होती है अंकिता और नीतू कहती है  कॉफी तो बड़ी टेस्टी है फिर रोहन और राहुल कहते हैं लगीना अच्छी। फिर चारों हॉस्टल चले जाते हैं अगले दिन फिर से वे ताऊ की टपरी पर आते हैं कॉफी पीते हैं वहां पर भीड़ बहुत बढ़ने लगी है कुछ लड़कियां बैठी है और सिगरेट पी रही है और काफी मंगवाती है वेटर छोटू कॉफी लाता है और लड़कियों को देता है और कहता लीजिए सारी लड़कियां छोटू पर सिगरेट का धुआं छोड़ती है और एक साथ कहती है इतनी देर कैसे लगी ऑर्डर आने में इसकी सजा है यह तेरे लिए छोटू सर झुकाए कुछ भी नहीं कहता है और चला जाता है रोहन राहुल अंकिता नीतू यह देखकर आपस में बातें करते हैं इन लड़कियों को बिल्कुल भी तमीज नहीं है  छोटा सा बच्चा है उसकी कोई मजबूरी है तभी उसे वेटर का काम करना पड़ रहा है। नीतू कहती है अभी जाकर मैं इनको तमीज सिखाती हूं रोहन कहता मैं भी तुम्हारे साथ चलता हूं नीतू रोहन उन लड़कियों के पास जाते हैं और कहते हैं ऑर्डर आने में इतनी क्या देर लग गई जो तुमने इस बच्चे के साथ इतनी बदतमीजी कर दी यह सही नहीं है नीतू को देखकर लड़कियां कहती है  बहन जी कौन से गांव से आई हो अपना लुक तो देख लो और फिर हमसे बात करना नीतू  इंग्लिश में बोलने लगती है लड़कियां आश्चर्यचकित हो जाती है और छोटा सा मुंह करके वहां से निकल पड़ती है नीतू रोहन राहुल और अंकिता कॉफी मंगवाते हैं छोटू कॉफी लाता है चारों उसे धन्यवाद बोलते हैं नीतू रोहन अंकिता राहुल चारों डिसाइड करते हैं कि कल कुछ  छोटू के लिए लेकर आएंगे । कुछ चॉकलेट अगले दिन छोटू के लिए नीतु राहुल रोहन और अंकिता लाते हैं चॉकलेट लेकर छोटू बहुत खुश होता है वे लड़कियां भी वही होती है देख रही होती है फिर वे लड़कियां छोटू को बुलाती है और उससे सॉरी कहती है । फिर वे लड़कियां नीतू के पास आती है और नीतू से कहती है हम रईस खानदान की लड़कियां हैं और हमें सिर्फ दूसरों का मजाक उड़ाना आता है लेकिन आपने कल हमें अच्छे से समझा दिया इसके लिए आपका शुक्रिया आज के बाद हम किसी का मजाक नहीं उड़ाएंगे। 

प्रेरणाश्री गौड़
 


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