राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष का पद संभालने के बाद विधान सभा उप चुनाव और पंचायत एवं निकाय चुनाव जीतना पहली प्राथमिकता होगी-मदन राठौड़
मारवाड़ के नेता से नई दिल्ली में गोपेन्द्र नाथ भट्ट की मुलाकात
राजस्थान भाजपा के नव नियुक्त अध्यक्ष मदन राठौड़ से नई दिल्ली स्थित उनके सांसद निवास 16,वेस्टर्न कोर्ट पर हुई मुलाक़ात के दौरान उनसे हुई संक्षेप वार्ता हुई । इस मौके पर जब उनसे पूछा गया कि राज्यसभा सांसद और प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी का श्रेय आप किसे देंगे?
तो उन्होंने कहा कि मुझे यहां तक संगठन ने ही पहुंचाया है। मेरी अपनी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। संगठन ने मुझे मेरी योग्यता से ज्यादा दिया है। प्रदेश अध्यक्ष के रुप में आपकी पहली प्राथमिकताऐं क्या रहेगी ? तो इस प्रश्न पर उनका उत्तर था कि मेरा सबसे पहला काम संगठन को चुस्त दुस्त करना रहेगा । इसके लिए का संगठन का पुनर्गठन किया जाएगा । साथ ही पार्टी के सभी सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों को भी सुगठित किया जाएगा।
राठौड़ ने अपने सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में भी बेबाक़ उत्तर दिया कि प्रदेश की पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की चुनौती में सफलता मेरा लक्ष्य है । इन सीटों पर सभी की राय से अच्छे प्रत्याशी खड़े किए जायेंगे ताकि पार्टी की जीत हो सके। इन उप चुनावी के पश्चात प्रदेश में होने वाले पंचायत एवं नगर निकाय के चुनाव जीतना दूसरा लक्ष्य हैं।
राठौड़ ने आत्म विश्वास से सराबोर होते हुए कहा कि राजस्थान के गांव-गांव में मोदी सरकार एवं राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ जनता तक पहुंचाने के काम को भी मैं प्राथमिकता दूँगा और पार्टी कार्यकर्ताओं को इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार और संगठन के मध्य बेहतर सामंजस्य का आदर्श उदाहरण स्थापित किया जायेगा। हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हर की नीति और योजना को आगे बढ़ाना है।
कार्यकर्ताओं का सम्मान हमारा पहला धर्म है। अनुशासित भाजपा कार्यकर्ता को सम्मान के चाहिए और उसका सम्मान हर हालत में बना रहें मैं उसे सुनिश्चित करने का प्रयास करूँगा।यथा संभव हर कार्यकर्ता की सुनवाई होगी और उनकी समस्यायों का समाधान भी हो इसके प्रयास होंगे।उन्होंने बताया कि राजनीति में मेरे सभी दोस्त हैं। कोई दुश्मन नहीं है। फिर भी यदि किसी को मुझसे नाराजगी है, तो उसका समाधान निकालेंगे।
राठौड़ ने बताया कि मैं 70 के दशक में करीब आठ साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रचारक रहा। सबसे पहले पाली और बाद में जयुपर देहात में काम किया। उसके बाद 80 के दशक में राजनीति में आया। जहां विभिन्न समय में चार बार जिला अध्यक्ष और दो बार विधायक भी रहा हूं। मेरे राजनीतिक और सामाजिक जीवन में बहुत लंबा संघर्ष भी रहा।मैं बचपन से ही राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गया था। वहां से चलते-चलते कब राजनीति में प्रवेश किया और यहां तक पहुंच गया। इतने लंबे समय में पता ही नहीं चला।
राठौड़ ने बताया कि भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की मेरी नई टीम शीघ्र ही गठित की जायेगी।इस बारे में मैं दिल्ली में पार्टी नेतृत्व से विस्तृत चर्चा कर अपनी टीम गठित करूँगा।
*शनिवार को जयपुर में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण करेंगे*
राजस्थान भाजपा के नए अध्यक्ष राज्य सभा सांसद और मारवाड़ के ज़मीनी नेता मदन राठौड़ शनिवार को जयपुर में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण करेंगे।
मदन राठौड़ के होने वाले पदभार ग्रहण समारोह को लेकर जयपुर में तैयारियां जोरों पर है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में राठौड़ का पदभार ग्रहण का समारोह होगा। इस दौरान प्रदेश सहप्रभारी विजया राहटकर, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, उनकी मन्त्रिपरिषद के सभी मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। मदन राठौड़ शनिवार को प्रातः नई दिल्ली से जयपुर के लिये रवाना होंगे और पूरे मार्ग में जगह जगह उनका स्वागत सत्कार किया जायेगा।
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के नाम की बीते दिनों घोषणा हुई थी। उसके बाद से ही नई दिल्ली में उनके अस्थाई आवास 16,वेस्टर्न कोर्ट पर उन्हें बधाई देने वालों का ताँता लगा हुआ है।राठौड जयपुर में अपना पदभार ग्रहण करेंगे। राठौड़ से पहले प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर चितौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने यह पद संभाल रखा था। उनके इस्तीफा देने की पेशकश के बाद राठौड़ का नाम घोषित किया गया।
इधर, नई दिल्ली में मदन राठौड़ ने अध्यक्ष के लिये उनके नाम की घोषणा के बाद प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के साथ ही बीजेपी के चाणक्य और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई केन्द्रीय नेताओं मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि अमित शाह से उनकी संगठन और आगामी विधानसभा के उपचुनावों को लेकर चर्चा हुई है। शाह से मदन राठौड़ की मुलाकात से राजस्थान की सियासत में हलचल मची हुई है। इधर, राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि भाजपा के नए अध्यक्ष सांसद मदन राठौड़ के पद ग्रहण करने के बाद प्रदेश के संगठन में भी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। उनकी इस मुलाकात को राजस्थान की सियासत में महत्वपूर्ण मायनों से जोड़ते हुए देखा जा रहा है। मदन राठौड़ इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिल चुके हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बारे में बताया जा रहा है कि बीजेपी संगठन को लेकर उनके साथ कई बिंदुओं पर चर्चा हुई है। ऐसे में सियासी कयास हैं कि पदभार ग्रहण करने के बाद राजस्थान में बीजेपी के संगठन में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान अमित शाह ने राजस्थान में पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी चर्चा की है।
शीर्ष भाजपा नेतृत्व ने 70 वर्षीय राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर यह संकेत देने का प्रयास किया है कि भाजपा में छोटे से छोटा कार्यकर्ता भी प्रदेश का मुखिया बन सकता हैं। विद्यार्थी जीवन से ही राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े नये अध्यक्ष राठौड़ लो प्रोफाइल और गंभीर किस्म के नेता हैं। वे चार बार पाली भाजपा जिला अध्यक्ष रहे हैं और दो बार सुमेरपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस की दिग्गज नेता बीना काक को पराजित कर विधायक बने। राठौड़ वसुन्धरा राजे के मुख्यमंत्रित्व काल में सरकारी उप सचेतक भी रहें हैं। राठौड़ को 2023 के पिछले विधान सभा चुनाव में पार्टी का टिकट नहीं दिया गया था तो उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक दी थी लेकिन शीर्ष नेतृत्व के हस्तक्षेप के कारण उन्होंने अपना पर्चा वापस ले लिया। उसके बाद उन्हें पार्टी ने राज्य सभा सांसद बनाकर एक नायाब तौहफ़ा दिया फिर जो हुआ उसकी कल्पना स्वयं राठौड़ ने भी नहीं की थी। उन्हें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा हुई तो उन्हें स्वयं तथा हर किसी को आश्चर्य हुआ ।