श्री ओम बिरला का जन्म 23 नवंबर 1962 को कोटा, राजस्थान में हुआ था। वे वर्तमान में भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता और लोक सभा के अध्यक्ष हैं। उन्होंने वाणिज्य में स्नातकोत्तर (एम.कॉम) किया है। ओम बिरला स्वर्गीय श्री श्रीकृष्ण बिरला और स्वर्गीय श्रीमती शकुंतला देवी के पुत्र हैं। उनकी पत्नी डॉ. अमिता बिरला एक स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। उनके दो बेटियाँ हैं - आकांक्षा बिरला, जो चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, और अंजलि बिरला, जो भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (IRPS) में अधिकारी हैं।
**राजनीतिक यात्रा**
ओम बिरला की राजनीतिक यात्रा भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) से शुरू हुई, जहां वे 1987 से 1991 तक कोटा के जिला अध्यक्ष और 1991 से 1997 तक राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष रहे। 1997 से 2003 तक वे BJYM के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे। उन्होंने 2003, 2008, और 2013 में कोटा से विधायक के रूप में चुनाव जीता, हर बार कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को पराजित किया। 2014 में उन्होंने कोटा-बूंदी लोक सभा सीट जीती और 2019 और 2024 में पुनः चुने गए, हर बार बड़े अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराया।
**लोक सभा अध्यक्ष के रूप में उपलब्धियां**
19 जून 2019 को सर्वसम्मति से लोक सभा अध्यक्ष निर्वाचित हुए, ओम बिरला ने कई महत्वपूर्ण पहलें की हैं। उनके नेतृत्व में 17वीं लोक सभा की उत्पादकता 97% तक पहुंची, जो पिछले 25 वर्षों में सबसे अधिक है। उनके कार्यकाल में 222 विधेयक पारित हुए और विभिन्न मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। उन्होंने वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा दिया, जिससे ₹801 करोड़ की बचत हुई, और संसद पुस्तकालय को जनता के लिए खोला।
**सामाजिक और महिला सशक्तिकरण पहल**
ओम बिरला ने "सुपोषित मां अभियान" जैसी सामाजिक पहलें की हैं, जिससे 8,500 से अधिक गर्भवती महिलाओं को समर्थन मिला। उन्होंने दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरण प्रदान किए और "टिफिन विद दीदी" और सिलाई मशीन वितरण जैसे परियोजनाओं के माध्यम से कई महिलाओं को सशक्त बनाया, जिससे उन्हें आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद मिली।
ओम बिरला का कार्यकाल विधायी उत्पादकता और सामाजिक कल्याण में महत्वपूर्ण योगदानों से चिह्नित है, जो उनकी जनसेवा और प्रशासन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।