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वैदिक संस्कृति एवं सनातन परम्पराओं के संरक्षण-संवर्धन के भरसक प्रयास जारी

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17 Jun 24
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वैदिक संस्कृति एवं सनातन परम्पराओं के संरक्षण-संवर्धन के भरसक प्रयास जारी

बांसवाड़ा, /गायत्री मण्डल बांसवाड़ा द्वारा वैदिक संस्कृति एवं सनातन परम्पराओं के अनुरूप प्राच्यविद्याओं से संबंधित विभिन्न विधाओं के शास्त्रोक्त प्रशिक्षण संचालित किए जाएंगे ताकि नई पीढ़ी तक उनका संवहन होकर इन विधाओं के संरक्षण-संवर्धन को सम्बल प्राप्त हो सके।

इसके लिए संस्था द्वारा वनेश्वर शिवालय के समीप संचालित हो रहे श्री पीताम्बरा आश्रम को प्राकृतिक सौन्दर्ययुक्त, गुरुकुलीय आध्यात्मिक चेतना तथा बहुआयामी एवं बहुद्देश्यीय संस्कार केन्द्र के रूप में विकसित किए जाने की दिशा में हरसंभव प्रयासों को और अधिक तेज किया जाएगा।

मण्डल गतिविधियों की सराहना

यह जानकारी रविवार को श्री पीताम्बरा आश्रम में हुई गायत्री मण्डल बांसवाड़ा की कार्यकारिणी की बैठक दी गई। बैठक में गायत्री मण्डल की गतिविधियों, श्री पीताम्बरा आश्रम में विभिन्न नवीन संरचनाओं के निर्माण, विकास एवं विस्तार कार्यों, आश्रम में संचालित अनुष्ठानों, उत्सवों एवं पुरातन ज्ञान-विज्ञान के प्रशिक्षणों, सदस्यता अभियान आदि की समीक्षा की गई। मण्डल की भावी गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

सभी ने दिए अहम् सुझाव

बैठक में गायत्री मण्डल के मुख्य संरक्षक एवं पूर्व आयुक्त दिलीप गुप्ता, संरक्षक पं. विद्यासागर शुक्ल एवं डॉ. दिनेश भट्ट, उपाध्यक्ष मनोहर जी. जोशी एवं अनिमेष पुरोहित, सचिव विनोद शुक्ल, सह सचिव सुभाष भट्ट, कार्यकारिणी सदस्य पं. त्रम्बकेश्वर ठाकोर, पं. राजेश त्रिवेदी (छींछ) एवं पं. अरुण व्यास, पीताम्बरा परिषद के सह संयोजक पं. मधुसूदन व्यास, पं. चन्द्रेश व्यास, आश्रम के कार्यक्रम समन्वयक पं. मनोज नरहरि भट्ट, पीताम्बरा शक्ति की प्रतिनिधि श्रीमती रचना अरुण व्यास, पं. अनिल पण्ड्या, दैनंदिन यज्ञार्चन समन्वयक पं. जय रणा आदि ने हिस्सा लेते हुए अहम् सुझाव दिए।

समर्पित सहभागिता के लिए आगे आएं

मुख्य संरक्षक दिलीप गुप्ता ने गायत्री मण्डल के कार्यों तथा श्री पीताम्बरा आश्रम की समस्त गतिविधियों के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए सनातन परम्पराओं के अनुरूप वैदिक संस्कृति के संरक्षण-संवर्धन तथा मण्डल की ओर से संचालित आश्रम को दैवीय एवं दिव्य आध्यात्मिक चेतना एवं संस्कार संवहन केन्द्र का स्वरूप दिए जाने की दिशा में हो रहे कार्यों का ब्यौरा दिया और सभी से समर्पित एवं आत्मीय सहभागिता का आह्वान किया।

दो माह में वृक्षारोपण एवं उद्यान स्थापना कार्य लेगा मूर्त स्वरूप

मण्ंडल के संरक्षक एवं जाने-माने पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. दिनेश भट्ट ने श्री पीताम्बरा आश्रम के सम्पूर्ण परिसरों में सघन हरियाली एवं नैसर्गिक वातावरण स्थापित करने के लिए व्यापक वृक्षारोपण एवं उद्यान विकास की कार्ययोजना पर जानकारी दी और कहा कि दिव्य हरित उत्सव के अन्तर्गत अब तक दो चरणों में हो चुका वृक्षारोपण आशातीत सफल रहा है। जुलाई माह के अंत तक अभियान चलाकर हरीतिमा विस्तार कार्यों को पूर्ण कर लिया जाएगा।

स्थायी कोष स्थापित करने पर जोर

गायत्री मण्डल के उपाध्यक्ष अनिमेष पुरोहित ने मण्डल के सदस्यता अभियान, सदस्यों एवं सहयोगियों द्वारा अब तक प्राप्त आर्थिक एवं सामग्री सहयोग आदि का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया और स्थायी कोष निर्माण का सुझाव दिया।

उपाध्यक्ष मनोहर जी. जोशी ने आश्रम परिसर में मूलभूत सुविधाओं के विकास एवं विस्तार कार्यों की जानकारी देते हुए आगामी अत्यावश्यक कार्यों तथा इनके अनुमानित खर्च पर मदवार जानकारी दी।

बैठक का संचालन करते हुए गायत्री मण्डल के सचिव पं. विनोद शुक्ल ने मण्डल गतिविधियों का समीक्षात्मक ब्यौरा प्रस्तुत किया और उद्देश्यों के अनुरूप हो रहे विकास कार्यों के बारे में बताया।

नवीन प्रकल्पों का होगा संचालन

बैठक में गायत्री मण्डल की गतिविधियों पर बहुरंगी फोल्डर प्रकाशित करने, सनातन परम्पराओं के अनुरूप पूजा-पाठ और कर्मकाण्ड तथा अनुष्ठानों की प्रामाणिक जानकारी प्रदान करने के लिए पृथक-पृथक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार कर उसके अनुरूप प्रशिक्षण देने, आश्रम परिसर के दैवीय एवं दिव्य ऊर्जाओं युक्त स्वरूप के और अधिक विकास तथा आश्रम की गतिविधियों को लेकर कई नवीन प्रकल्पों के संचालन का निर्णय किया गया।

1.80 लाख रुपए से अधिक का समर्पण हाथों हाथ

बैठक में गायत्री मण्डल के संरक्षक एवं पूर्व अध्यक्ष पं. विद्यासागर शुक्ल ने मण्डल गतिविधियों में सहयोग के लिए अपनी ओर से 1 लाख 1 हजार 111 रुपए धनराशि का चैक मण्डल के मुख्य संरक्षक दिलीप गुप्ता एवं अन्य पदाधिकारियों को भेंट किया। इसके उपरान्त अन्य पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने 80 हजार रुपए से अधिक धनराशि का सहयोग हाथों हाथ प्रदान किया और आश्रम गतिविधियों के लिए हरसंभव योगदान का विश्वास दिलाया।

विभिन्न अनुष्ठान हुए

इससे पूर्व श्री हनुमत्पीठ में बिराजित श्री हनुमान श्रीविग्रह की पूजा-अर्चना से बैठक का शुभारंभ हुआ। गंगा दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में आश्रम परिसर में पं. राजेश त्रिवेदी के आचार्यत्व में गंगा स्तुति एवं पूजन अनुष्ठान हुए। इनमें पं. अनिल पण्ड्या, पं. चन्द्रेश व्यास सहित साधकों एवं साधिकाओं ने हिस्सा लिया।

 


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