उदयपुर: निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए आज का समय सबसे कठिन समय है। भले ही आज आपातकाल घोषित नहीं है, लेकिन पत्रकारिता पर कई तरह के दबाव हैं, जिनसे निपटना साहसिक कार्य है। यह विचार दिल्ली से प्रकाशित समाचारपत्र नेशनल एक्सप्रेस के संस्थापक संपादक विपिन गुप्ता ने महावीर समता संदेश के प्रधान संपादक हिम्मत सेठ द्वारा लिखी पुस्तक “सच का सामना” पर आयोजित चर्चा के मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। उन्होंने हिम्मत सेठ को पत्रकारिता का प्रकाश स्तंभ बताते हुए कहा कि उनसे सभी को प्रेरणा मिलती है।
इस अवसर पर उन्होंने हिम्मत सेठ को अपनी पुस्तक “गांधी दर्शन और विचार” भेंट की और शाल तथा सूत की माला पहनाकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग की प्रो. डॉ. सुधा चौधरी ने कहा कि हिम्मत सेठ जो सोचते हैं, वही लिखते हैं और जो लिखते हैं, वही करते हैं, जो इस दौर में दुर्लभ है। विशिष्ट अतिथि इंदौर से आए न्यूज़ क्लिक के पत्रकार अनिल जैन ने जनपक्षीय पत्रकारिता को चुनौतीपूर्ण बताया और कहा कि हिम्मत सेठ पिछले 35 वर्षों से इसे समर्पित भाव से कर रहे हैं। जैन ने “सच का सामना” को सही मायनों में एक संदर्भ ग्रंथ बताया।
समता संवाद मंच की अध्यक्ष उर्दू लेखिका डॉ. सर्वत खान ने पुस्तक में प्रकाशित आलेखों और उनके व्यापक विषयों की चर्चा की। महावीर समता संदेश के संपादक प्रो. हेमेंद्र चंडालिया ने स्वागत करते हुए बताया कि पुस्तक में 2008 से 2018 तक प्रकाशित संपादकीय लेखों का संग्रह है।
ऐपवा की राज्य सचिव प्रो. फरहत बानो ने पुस्तक के विविध आयामों और हिम्मत सेठ के जन पक्षीय सरोकारों पर प्रकाश डाला। भाकपा (माले) के राज्य सचिव शंकरलाल चौधरी ने कहा कि उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण के दौर में हिम्मत सेठ ने जन समस्याओं को निर्भीकता से उठाया और आंदोलनों में भाग लिया।
कार्यक्रम में प्रो. प्रमिला सिंघवी, शांतिलाल भंडारी, प्रो. फरहत बानो, प्रो. हेमेंद्र चंडालिया, और हिम्मत सेठ के परिजनों ने उन्हें शाल, माला और उपरणा पहनाकर सम्मानित किया।
अंत में हिम्मत सेठ ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में माकपा के जिला सचिव राजेश सिंघवी, जनता दल के रामचंद्र साल्वी, प्रो. एल.आर. पटेल, डॉ. मीनाक्षी जैन, डॉ. चंद्रदेव ओला, वरिष्ठ पत्रकार जसपाल सिंह मक्कड़, राजेश वर्मा, एमसीपी(आई) के रामचंद्र शर्मा, लीलादेवी शर्मा, भाकपा के महेश शर्मा, मजदूर एकता केंद्र के डी.एस. पालीवाल, अधिवक्ता रमेश नंदवाना, पत्रकार गोविंद ओड सहित नगर के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।