उदयपुर,गीतांजली टेक्नोलॉजी संस्थान ने प्रतिष्ठित हार्टफुलनेस संगठन के साथ साझेदारी में वेलनेस और हार्टफुलनेस के लिए उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की है। यह अभूतपूर्व पहल छात्रों, शिक्षकों और व्यापक समुदाय के बीच मानसिक स्वास्थ्य, माइंडफुलनेस और समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। विगत सप्ताह इस दिशा मे कदम बढ़ाते हुए संस्थान के निदेशक डॉ नरेंद्र सिंह राठौड़ और हार्टफुलनेस समन्वयक डॉ राकेश दशोरा ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किये. इसके अंतर्गत हार्टफुलनेस की सक्रिय साझेदारी से संस्थान के विधार्थियों के समग्र विकास और तनाव प्रबंध के लिए अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया जायेगा।
इस अवसर पर संस्थान निदेशक डॉ नरेंद्र सिंह राठौड़ ने स्वागत उद्बोधन के साथ एक ज्ञानवर्धक संबोधन दिया, जिसमें उन्होंने युवा पीढी की सोच को आकार देने में इस प्रयास के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह उत्कृष्टता केंद्र पूरे गीतांजली संस्थान के लिए शांति, ध्यान और व्यक्तिगत विकास के अभयारण्य के रूप में काम करेगा।
योग, ध्यान और रिफ्लेक्सोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ. राकेश दशोरा ने हार्टफुलनेस की गहन अवधारणा से परिचय कराया। कान्हा, हैदराबाद से आये प्रमाणित हार्टफुलनेस प्रशिक्षक श्री राम कृष्ण मल्लेला ने आध्यात्मिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के बीच महत्वपूर्ण संबंध पर एक आकर्षक मुख्य भाषण दिया।
इस कार्यक्रम को कई विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने और भी गौरवान्वित किया, इस अवसर पर डॉ. सुबोध शर्मा, हार्टफुलनेस प्रशिक्षक एवं पूर्व डीन, श्रीमती मधु मेहता, हार्टफुलनेस जोनल समन्वयक; श्रीमती श्वेता रामकृष्ण, निदेशक ब्राइटर माइंड्स प्रोग्राम और संस्थान के संकाय सदस्य व विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे. वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड़ ने भी अपने विचार प्रकट कर विधार्थियों को प्रोत्सा हित किया। कार्यक्रम का संचालन वेलनेस कॉर्डिनेटर डॉ नीलिमा बजाज ने किया एवं समापन बेसिक साइंस विभाग प्रमुख डॉ. विशाल जैन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
राजस्थान महिला बी एड कॉलेज और विद्या भवन मे ऊँची उड़ान के विधार्थियों को भी किया लाभांवित
उदयपुर, 2 दिसम्बर, राजस्थान महिला बी एड कॉलेज और विद्या भवन मे हिंदुस्तान जिंक द्वारा प्रायोजित ऊँची उड़ान के विधार्थियों के लिए हार्टफुलनेस के प्रमाणित प्रशिक्षक श्री राम कृष्ण मल्लेला ने कार्यशाला मे अपने संबोधन से लाभांवित किया। हार्टफुलनेस समन्वयक डॉ राकेश दशोरा ने बताया कि शनिवार को दोनों स्थानों पर हार्टफुलनेस मेडिटेशन के द्वारा विधार्थियों के समग्र विकास, व्यक्तित्व विकास, तनाव प्रबंध और क्षमता वर्धन की तकनीकों को समझाते हुए कान्हा हैदराबाद के विख्यात प्रशिक्षक श्री मल्लेला ने सारर्भित उद्बोधन दिया। उन्होंने ब्राइटर माइंड की विभिन्न एक्सरसाइज और हार्टफुलनेस ध्यान और शिथिलीकरन विधियों द्वारा हमारे मस्तिष्क के दोनों भागों के बेहतर तालमेल और इस विधि से अपनी संज्ञानात्मक स्मरण शक्ति , शांति, एकाग्रता और कार्य करने की क्षमता वर्धन के नुस्खे भी बताये। आर एम वी के 200 और ऊँची उड़ान के 150 से अधिक विधार्थियों ने इस कार्यशाला मे भाग लिया। इस अवसर पर आर एम वि की प्रधानाचार्या डॉ प्रभा बाजपेयी, समंवयक श्रीमती आभा, हार्टफुलनेस जोनल कोर्डिनेटर श्रीमती मधु मेहता, प्रशिक्षक डॉ रीता नागपाल, ऊँची उड़ान कॉर्डिनेटर मनीष चौधरी, हिंदुस्तान जिंक सी एस आर प्रमुख डॉ अनुपम निधि, श्रीमती मधु सिंघवी एवं रविंद्र सिंघवी भी उपस्थित थे।