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अदाणी पोर्ट्स की नई फिल्म ‘जर्नी ऑफ ड्रीम्स’

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11 Mar 25
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अदाणी पोर्ट्स की नई फिल्म ‘जर्नी ऑफ ड्रीम्स’

(mohsina bano)

 अहमदाबाद: अदाणी ग्रुप ने अपनी "हम करके दिखाते हैं" सीरीज़ के तहत नई फिल्म "जर्नी ऑफ ड्रीम्स" लॉन्च की है, जो अदाणी पोर्ट्स के ज़रिए हो रहे सकारात्मक बदलावों को दर्शाती है।

यह फिल्म भारतवासियों की अटूट इच्छाशक्ति को सलाम करती है, जो हर चुनौती को पार कर सफलता की नई ऊंचाइयों को छूते हैं। इसमें दिखाया गया है कि अदाणी पोर्ट्स बड़ी और छोटी कंपनियों को बेहतरीन सुविधाएं और कनेक्टिविटी देकर आगे बढ़ने में मदद करता है।

अदाणी पोर्ट्स और एसईज़ेड लिमिटेड (एपीएसईजेड) भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड पोर्ट और लॉजिस्टिक्स कंपनी है, जो देश के इंफ्रास्ट्रक्चर का अहम हिस्सा बनकर आर्थिक विकास को गति देती है। इसके पोर्ट्स सामानों की तेज़ और सुचारू आवाजाही सुनिश्चित कर स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देते हैं, जिससे छोटे व्यवसायी अपने सपनों को साकार कर पाते हैं।

फिल्म की शुरुआत एक दिल को छू लेने वाले दृश्य से होती है, जहां एक पिता और उसकी बेटी समुद्र किनारे जहाज को जाते हुए देखते हैं। बेटी उत्सुकता से पूछती है, "जहाज में बड़ी-बड़ी चीज़ें जाती हैं ना, पापा?" पिता मुस्कुराकर जवाब देते हैं, "इसमें बड़े-बड़े सपने भी जाते हैं।" यही संवाद फिल्म की पूरी कहानी का सार है कि कैसे शिपिंग और लॉजिस्टिक्स के ज़रिए सपने हकीकत में बदलते हैं।

फिल्म में दिखाया गया है कि गुजरात के कच्छ क्षेत्र की पारंपरिक नमदा हस्तकला (ऊन से बनी कलाकृतियां) अब अदाणी पोर्ट्स की मदद से अंतर्राष्ट्रीय मार्केट तक पहुंच रही है। यह कहानी एक ऐसे पिता की है, जिसका सपना था कि उसकी बनाई चीज़ें विदेशों में भी बिकें। अदाणी पोर्ट्स की बेहतरीन लॉजिस्टिक्स सुविधा ने इस सपने को पूरा किया। यह सिर्फ एक पिता की कहानी नहीं, बल्कि उन हजारों छोटे उद्यमियों की कहानी है, जिनके व्यापार को अदाणी पोर्ट्स ने नई उड़ान दी है।

अदाणी ग्रुप के कॉरपोरेट ब्रांडिंग हेड, अजय कक्कड़ ने कहा, "अदाणी पोर्ट्स सिर्फ सामानों की आवाजाही सुनिश्चित नहीं करता, बल्कि यह लोगों के सपनों को भी पूरा करता है।" हमारी अत्याधुनिक सुविधाएं और बेहतरीन कनेक्टिविटी से छोटे और बड़े, सभी व्यवसाय आगे बढ़ सकते हैं, आर्थिक विकास को गति दे सकते हैं और लाखों भारतीयों के जीवन में सुधार कर सकते हैं। यह फिल्म हमारे पोर्ट्स को आशा की किरण के रूप में दिखाती है, जो लाखों लोगों की ज़िंदगी बदल रही है।

यह फिल्म ओगिल्वी इंडिया द्वारा बनाई गई है। ओगिल्वी इंडिया के मुख्य सलाहकार, पीयूष पांडे ने कहा, "कोई भी बड़ी कंपनी और बड़ा प्रोजेक्ट तभी बड़ा कहलाता है, जब वह आम लोगों की भलाई के बारे में सोचे।" यह फिल्म "हम करके दिखाते हैं" श्रृंखला की दूसरी कड़ी है, जो दिखाती है कि अदाणी का व्यापार सिर्फ मुनाफे के लिए नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगी को बेहतर बनाने के लिए भी है।


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