इन दिनों नवोदित प्रतिभाओं को प्रकाश में लाने की दिशा में अग्रसर लेखक, निर्देशक व अभिनेता राजेंद्र तिवारी बॉलीवुड में चर्चा का विषय बने हुए हैं। न्यू लिंक रोड (अंधेरी वेस्ट,मुंबई) स्थित कोटिया निर्माण कॉम्प्लेक्स में इनके द्वारा संचालित ए बी एस एस एक्टिंग इंस्टीट्यूट एंड थियेटर ग्रुप, अभिनय के क्षेत्र में संघर्षरत नवोदित प्रतिभाओं के अभिनय कौशल को निखारने का कार्य बड़े ही सुनियोजित ढंग से कर रहा है। हमारी सांस्कृतिक विविधिता मनोरंजन के क्षेत्र में भी समान रूप से दिखती है। माया नगरी मुंबई में बनने वाली बॉलीवुड की हिंदी मसालेदार फिल्मों को लेकर अलग किस्म की दीवानगी है, तो कला फिल्मों का अपना अलग प्रभाव है। दक्षिण भारतीय टॉलीवुड की फिल्मों के करोड़ों दर्शक हैं, तो भोजपुरी व अन्य भाषाओं के मनोरंजन का अपना एक अलग अंदाज है। रंगमंच तो अपना विशिष्ट स्थान रखता ही है। इंटरनेट के जमाने में फिल्म और टीवी की दुनिया के अलावा ओटीटी की दुनिया भी आबाद हो गई है, जिससे नवोदित प्रतिभाओं का दायरा बढ़ा है और इसी वजह से डिजिटल युग में बॉलीवुड की धरती पर आगंतुकों की संख्या बढ़ती चली जा रही है। वैसे में लेखक, निर्देशक व अभिनेता राजेंद्र तिवारी द्वारा संचालित ए बी एस एस एक्टिंग इंस्टीट्यूट एंड थियेटर ग्रुप के द्वारा नवोदित प्रतिभाओं के लिए सहज सुलभ अभिनय प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का चलाया जाना रंगमंच व फिल्म जगत के लिए एक शुभ संकेत है। विदित हो कि लखनऊ, उत्तरप्रदेश के मूल निवासी लेखक, निर्देशक व अभिनेता राजेंद्र तिवारी 80 के दशक से ही देश के विभिन्न नाट्य महोत्सवों, प्रतियोगिताओं एवं समारोहों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। 1992 से अब तक दूरदर्शन, हिंदी फिल्मों एवं टीवी सीरियल्स के लिए बतौर लेखक, निर्देशक व अभिनेता उनकी सक्रियता बनी हुई है। नवोदित प्रतिभाओं को चांस देने में अग्रणी लेखक, निर्देशक व अभिनेता
राजेंद्र तिवारी की फिल्म 'पटना शुक्ला', 'डॉक्टर हेडगेवार' और 'खड़ंजा' सिनेदर्शकों तक बहुत जल्द ही सिने दर्शकों तक पहुंचने वाली है।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय