मुंबई, 13 दिसंबर: संविधान के जनक डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन पर कई फिल्में बन चुकी हैं, लेकिन फिल्म 'रमाई' उनके जीवन के कुछ अनसुने पहलुओं को सामने लाती है। इस फिल्म की पहली स्क्रीनिंग मुंबई के क्यू लैब में आयोजित की गई, जहां दर्शक फिल्म देखकर भावुक हो गए। डॉ. अंबेडकर को पूरी दुनिया भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में जानती है, लेकिन 'रमाई' में उनके जीवन के ऐसे पहलुओं को दिखाया गया है, जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। बाबा साहेब का योगदान दुनिया के किसी भी संविधान में दिए गए अधिकारों से कहीं अधिक व्यापक और अद्वितीय है।
फिल्म 'रमाई' से प्रेरणा धाबर्डे और डॉ. उदय कुमार ने बड़े पर्दे पर अपनी शुरुआत की है। प्रेरणा ने फिल्म में रमाई की भूमिका निभाई है, जबकि डॉ. उदय कुमार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की भूमिका निभाई है। फिल्म में छत्रपति शाहूजी महाराज की भूमिका निभाने वाले दिग्गज अभिनेता रजा मुराद ने दोनों की अदाकारी की प्रशंसा करते हुए कहा, "प्रेरणा और उदय ने केवल अभिनय नहीं किया है, उन्होंने अपने किरदारों को जिया है।" रजा मुराद ने निर्माता कृष्णा चौहान और निर्देशक कबीर दा की भी सराहना की और कहा कि उन्होंने एक बेहतरीन फिल्म बनाई है। इस फिल्म के जरिए दर्शकों को डॉ. अंबेडकर के जीवन के अनसुने पहलुओं को जानने का अवसर मिलेगा और यह फिल्म लोगों को प्रेरित करेगी।
फिल्म में प्रेरणा धाबर्डे, डॉ. उदय कुमार, रजा मुराद, ओमकार दास मानिकपुरी (नत्था), अशोक देवल, संजय बनसोडे और कैनल मुनेश्वर प्रमुख भूमिकाओं में हैं। लंदन में बाबा साहेब की मित्र फेनी फिट्जेराल्ड की भूमिका प्रतिमा मिश्रा ने निभाई है। प्रेरणा फिल्म्स यूनिवर्सल के बैनर तले बनी इस फिल्म के निर्माता कृष्णा चौहान और सह-निर्माता प्रेरणा धाबर्डे हैं।
फिल्म का निर्देशन कबीर दा ने किया है और तकनीकी टीम में कैमरामैन सुमित सन, आर्ट डायरेक्टर प्रवीण वासनिक, साउंड रिकॉर्डिस्ट बाबू खमीसा, एडिटर अलमास खान, और म्यूजिक डायरेक्टर दिनेश अर्जुना शामिल हैं। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक राजेश बिष्ट ने तैयार किया है और गाने बॉलीवुड गायिकाओं वैशाली माडे और सुहासिनी बेलौंडे की आवाज़ में रिकॉर्ड किए गए हैं। पीआरओ का काम संजय भूषण पटियाला ने संभाला है। 'रमाई' दर्शकों को बाबा साहेब के जीवन के अनसुने पहलुओं से परिचित कराते हुए प्रेरित करने का वादा करती है।