उदयपुर | महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने दिनांक 17 मार्च को एक आदेश जारी कर डॉ. करुण चण्डालिया को प्रोफेसर ऑफ़ प्रेक्टिस नियुक्त किया है | विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार सुधांशु सिंह द्वारा जारी इस आदेश में डॉ. करुण चण्डालिया के अतिरिक्त विजय सरदाना और डॉ राजेश शुक्ल को भी प्रोफेसर ऑफ़ प्रेक्टिस नियुक्त किया गया है | उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालय और उद्योग जगत के बीच बेहतर ताल मेल के लिए उद्योग जगत से अनुभवी लोगों को विश्वविद्यालयों में लाने के लिए प्रोफेसर ऑफ़ प्रेक्टिस बनाने का प्रावधान किया है | प्रारंभ में यह मानद नियुक्ति एक वर्ष के लिए होगी जिसे तीन वर्ष तक बढाया जा सकेगा और विशेष परिस्थिति में इसे एक वर्ष और बढाया जा सकेगा | डॉ. करुण चण्डालिया कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस एंड फ़ूड टेक्नोलोजी के प्रथम बेच के विद्यार्थी थे और राजस्थान कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन में लगभग 37 वर्ष तक विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे जिनमे जोधपुर और पाली डेयरी में प्रबंध निदेशक के रूप में दस वर्षों से अधिक उल्लेखनीय योगदान उनका रहा | वर्त्तमान में भी वे इन्डियन डेयरी एसोसिएशन के राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष हैं तथा कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस एंड फ़ूड टेक्नोलोजी के पूर्व छात्र परिषद् के भी अध्यक्ष हैं | डॉ करुण चण्डालिया ने डेयरी टेक्नोलॉजी में डिग्री के बाद प्रबंध संकाय से एमबी ए तथा वहीँ से क्वालिटी मैनेजमेंट में प्रो करुणेश सक्सेना के निर्देशन में पीएच डी की उपाधि प्राप्त की | वे कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस एंड फ़ूड टेक्नोलोजी में विजिटिंग फैकल्टी तथा मोहन लाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वर्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय और इंदिरा गाँधी मुक्त विश्वविद्यालय नै दिल्ली में परीक्षक के रूप में भी अपनी सेवाएं देते रहे हैं |