उदयपुर | जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड-टू-बी यूनिवर्सिटी) द्वारा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान द्वारा संचालित "अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अवलोकन" ऑनलाइन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।
कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने सफल प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि इसरो द्वारा प्रस्तुत यह प्रशिक्षण अंतरिक्ष विज्ञान के विभिन्न पहलुओं, सौर मंडल की नवीनतम खोजों, अंतरिक्ष मिशनों और तकनीकी प्रगति पर केंद्रित रहा। इसरो के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को ग्रहों, चंद्रमाओं और अन्य खगोलीय पिंडों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इस तरह के पाठ्यक्रम विद्यार्थियों की वैज्ञानिक समझ को बढ़ाने के साथ-साथ अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति उनकी रुचि को प्रोत्साहित करते हैं।
पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी ने जानकारी दी कि इसरो स्टार्ट कार्यक्रम के अंतर्गत यह प्रशिक्षण मॉड्यूल 9 जनवरी से 29 जनवरी तक आयोजित किया गया, जिसमें इसरो द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण एवं ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई। यह राजस्थान विद्यापीठ द्वारा संचालित इसरो का तीसरा पाठ्यक्रम था। इससे पूर्व, विश्वविद्यालय द्वारा "अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी जागरूकता" तथा "सौर मंडल का अन्वेषण" विषयों पर भी ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का सफल संचालन किया जा चुका है। विश्वविद्यालय को इसरो द्वारा इस उत्कृष्ट पहल के लिए प्रशंसा पत्र भी प्रदान किया गया है।
इस अवसर पर रजिस्ट्रार डॉ. तरुण श्रीमाली, निजी सचिव कृष्णकांत कुमावत, हेमंत साहू, डॉ. यज्ञ आमेटा, डॉ. दिलीप चौधरी, जितेन्द्र सिंह चौहान, डॉ. ललित सालवी, विकास डांगी सहित विद्यापीठ के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।