विशिष्ट सदस्य के रूप में विक्रांत यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर श्री नितिन सिंह तोमर एवं श्री विक्रांत सिंह राठौड़, डॉ. पंकज नाफडे, श्री अविनाश मिश्रा, डॉ. इंदर सिंह तोमर, प्रो वीसी डॉ. पी एस चौहान, रजिस्ट्रार ऋचा वर्मा, ने उच्च शिक्षा नियामक को दृष्टिगत रखते हुए सुझाव प्रेषित किए।
आगामी सत्र 2025-26 की शैक्षणिक दिशा में नवीन पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने, नई शिक्षा नीति को आत्मसात करने, भारतीय ज्ञान परम्परा का समावेश करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर विशेष चर्चा हुई।
विक्रांत यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स बोर्ड का गठन करने तथा अंतरास्ट्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता तथा भाग लेने वाले उत्कृष्ट खिलाडियों को निशुल्क प्रवेश देने की पॉलिसी पारित की गई
विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ छात्र को विक्रांत रत्न से सम्मानित करने तथा एक दिन का कार्यवाहक चांसलर मनोनीत करने का हुआ निर्णय
ग्वालियर, 25 जनवरी 2025: विक्रांत यूनिवर्सिटी ग्वालियर के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय की अकादमिक कौंसिल की बैठक आयोजित की गई, जिसमें विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक विकास को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर श्री नितिन सिंह तोमर, प्रो चांसलर श्री विक्रांत सिंह राठौड़, डॉ. पंकज नाफडे (आई.के.एस.-विशेषज्ञ, मध्य प्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल द्वारा नामित सदस्य), श्री अविनाश मिश्रा (पूर्व उपाध्यक्ष, गोदरेज इंडस्ट्री), डॉ. इंदर सिंह तोमर, प्रोफेसर राजमाता एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी ग्वालियर, प्रो वीसी डॉ. पी एस चौहान ने बैठक में चर्चा कर सुझाव प्रेषित किए।
बैठक में आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए विभिन्न शैक्षणिक दिशा-निर्देशों पर विचार-विमर्श हुआ। इसमें विशेष रूप से नवीन पाठ्यक्रमों की शुरुआत, नई शिक्षा नीति के समावेशन और भारतीय ज्ञान परंपरा को पाठ्यक्रमों में शामिल करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
आगामी शैक्षणिक सत्र में नवीन पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया, ताकि छात्रों को आधुनिक शिक्षा और उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप बेहतर प्रशिक्षण मिल सके।साथ ही विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति को लागू करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिससे शिक्षा का स्तर और गुणवत्ता बढ़ेगी। नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा को पाठ्यक्रमों में समाविष्ट करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे, ताकि छात्रों को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ा हुआ अनुभव प्राप्त हो सके।
यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स बोर्ड का गठन: विक्रांत यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स बोर्ड का गठन किया गया, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों को बेहतर अवसर प्रदान करना है। इसके साथ ही, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को विश्वविद्यालय में निशुल्क प्रवेश देने की नीति भी पारित की गई।
विक्रांत रत्न पुरस्कार: विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ छात्र को ‘विक्रांत रत्न’ से सम्मानित करने का निर्णय लिया गया, जो छात्रों के उच्च शैक्षणिक प्रदर्शन और सामाजिक योगदान को मान्यता देने के लिए होगा विक्रांत रत्न से सम्मानित खिलाड़ी को विश्वविद्यालय में एक दिन के लिए कार्यवाहक चांसलर के रूप में मनोनीत किए जाने का निर्णय लिया गया, जिससे छात्रों और शिक्षकों को नेतृत्व का नया अनुभव मिल सके।
बैठक में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने भी अपने सुझाव प्रस्तुत किए। इनमें प्रो. वी नारायण सिंह, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. नवीन सिंह चौहान, डॉ. सुबोध दूबे, डॉ. शशांक स्वामी, श्री आनंद कुमार सिंह, डॉ. धर्मवीर सिंह, डॉ. राहुल कुशवाह, डॉ. विकास जैन, डॉ. धर्मेंद्र सिंह चौहान, दिलीप सिंह, डॉ. कुलदीप सिंह झाला (डॉयरेक्टर स्पोर्ट्स), डॉ. चंदन सिंह, डॉ. सपना नारायण, डॉ. देवाशीष वर्मा, डॉ. बृजेंद्र मिश्रा, श्री निशांत सिंह कुशवाह, श्री उपेन्द्र सिंह तोमर आदि प्रमुख सदस्य शामिल थे।
बैठक का विधिवत संचालन रजिस्ट्रार ऋचा वर्मा तथा डिप्टी रजिस्ट्रार के. डी. पाठक ने किया।
विक्रांत यूनिवर्सिटी की अकादमिक कौंसिल की यह बैठक शिक्षा के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की प्रगति और छात्रों के समग्र विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णयों के साथ संपन्न हुई। इन निर्णयों का उद्देश्य विश्वविद्यालय को एक वैश्विक शिक्षा संस्थान के रूप में स्थापित करना है।