कोटा– राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के 10वीं वर्षगाँठ पर समाज में बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए गोद लिए गए गाँवों, गामच और विजय नगर, तहसील तालेड़ा में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। विश्वविद्यालय के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी रिस्पांसिबिलिटी सेल ने इन गाँवों में बालिकाओं के अधिकारों और शिक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए रैलियाँ, नुक्कड़ नाटक और संवाद सत्रों का आयोजन किया।
कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक अभियान नहीं, बल्कि समाज को बेहतर दिशा देने का प्रयास है। यह अभियान लैंगिक भेदभाव को दूर करने और बालिकाओं को शिक्षा और अपने सपनों को पूरा करने के असीमित अवसर प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि आरटीयू के जागरूकता अभियानों ने ग्रामीणों में लैंगिक समानता की गहरी समझ विकसित की है और ऐसे जन कल्याणकारी अभियानों को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाया है।