स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में कोटा के राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय में आयोजित यूथ कॉन्क्लेव के दौरान "युवाओं के समर्पण से विकसित भारत 2047: शिक्षा नीति 2020 की भूमिका" विषय पर पाठक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में युवाओं ने नई शिक्षा नीति को अपनाते हुए विकसित भारत के निर्माण के संकल्प को साझा किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता बिगुल जैन, सेवानिवृत्त उपमुख्य अभियंता, तापीय परियोजना कोटा, ने की। मुख्य अतिथि राजू गुप्ता, पूर्व कार्यकारी अधिकारी, फेदर लाइट ग्रुप और विशिष्ट अतिथि नंद बिहारी मालव, उप निदेशक उद्यान, कोटा, रहे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर के.बी. भारतीय थे। संचालन राम निवास धाकड़ ने किया और कार्यक्रम का प्रबंधन अजय सक्सेना और रोहित नामा ने संभाला।
उद्घाटन सत्र में संभागीय पुस्तकालय अध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव ने स्वामी विवेकानंद के विचारों को युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए शिक्षा नीति 2020 के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह नीति युवाओं के समर्पण और प्रयासों को सही दिशा में ले जाने का मार्गदर्शन करती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बिगुल जैन ने आत्मनिर्भरता और शिक्षा नीति 2020 के तहत उपलब्ध अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने युवाओं को इन अवसरों का लाभ उठाने और भारत के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि राजू गुप्ता ने अपने विचार रखते हुए कहा कि युवा भारत की रीढ़ हैं और शिक्षा नीति 2020 इस रीढ़ को मजबूत करने में सहायक है। उन्होंने युवाओं को प्रोत्साहित किया कि वे अपनी क्षमताओं और नवाचार के माध्यम से विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को साकार करें।
विशिष्ट अतिथि नंद बिहारी मालव ने कृषि क्षेत्र में विभिन्न स्टार्टअप अवसरों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि शिक्षा नीति 2020 कैसे युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर सकती है।
कार्यक्रम का संचालन राम निवास धाकड़ ने कुशलतापूर्वक किया, जिससे सत्र को प्रेरणादायक और जीवंत बनाया गया। अजय सक्सेना और रोहित नामा के सफल प्रबंधन से यह आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम ने युवाओं को शिक्षा नीति 2020 के महत्व और भारत 2047 के लिए उनकी भूमिका को समझने का अवसर प्रदान किया। उपस्थित युवाओं और अतिथियों ने इस आयोजन की सराहना की और इसे एक प्रेरणादायक पहल बताया।