नई दिल्ली, विक्रांत यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान ब्रेन बिहेवियर रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया के 10वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर अतिथि हिस्सा लिया।
इस आयोजन के मुख्य अतिथि पद्म श्री पुरस्कार विजेता (2021) प्रोफेसर चंद्रकांत संभाजी पांडव का विशेष स्वागत किया गया। प्रो. पांडव, जो पशु चिकित्सा विकार नियंत्रण के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं और एम्स, नई दिल्ली में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के पूर्व प्रमुख रहे हैं, ने तंत्रिका तंत्र और चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस अवसर पर सुनील कुमार, जो भारतीय रेलवे मंत्रालय के अंतर्गत डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड में सलाहकार हैं, ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। समारोह में उनके अनुभव और योगदान की भी सराहना की गई।
डॉ. मीना मिश्रा, रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया की निदेशक, ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन शोधकर्ताओं और चिकित्सा विशेषज्ञों को एक साथ आने और अपने विचार साझा करने का मंच प्रदान करते हैं।
समारोह में प्रो. नीना पांडेय, डॉ. प्रियंका पांडेय, डॉ. प्रियंका सक्सेना, डॉ. गिरीश मोहन और अन्य गणमान्य अतिथियों ने भी भाग लिया। उन्होंने ब्रेन बिहेवियर और तंत्रिका तंत्र से जुड़े शोध की अहमियत और समाज पर इसके प्रभाव पर अपने विचार साझा किए।
समारोह के अंत में, प्रो. अमेरिका सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल शोध को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि युवाओं में विज्ञान और चिकित्सा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करते हैं। उन्होंने फाउंडेशन के कार्यों की सराहना करते हुए भविष्य में इसके प्रयासों को समर्थन देने की प्रतिबद्धता जताई।
इस आयोजन ने मनोविज्ञान, चिकित्सा और तंत्रिका तंत्र के क्षेत्र में शोध के महत्व को रेखांकित किया और देश में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।