समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री अजय राय एवं "मुख्य वक्ता" के रूप में विक्रांत विश्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह ने की शिरकत।
पंचानन राय फैंस एसोसिएशन के सचिव डॉ. अमित राय ने किया स्वागत एवं अभिनंदन।
आजमगढ़, 28 नवंबर 2024: शिक्षक नेता स्व. पंचानन राय के 82वें जन्मदिवस के अवसर पर पंचानन राय फैंस एसोसिएशन द्वारा आजमगढ़ में एक भव्य शैक्षिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का विषय था "शिक्षा की दशा और दिशा।" कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री श्री अजय राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि "मुख्य वक्ता" के रूप में विक्रांत विश्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलपति और AUAP इंटरनेशनलाइज़ेशन कमेटी के सदस्य प्रो. अमेरिका सिंह ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रो. अमेरिका सिंह का योगदान:
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. अमेरिका सिंह ने शिक्षा की बदलती दिशा और उसमें सुधार के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिक्षा न केवल व्यक्तिगत विकास का माध्यम है, बल्कि यह समाज के उत्थान में भी अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने शिक्षकों के समग्र विकास और छात्रों के लिए समावेशी शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रो. अमेरिका सिंह ने अपने संबोधन में विक्रांत विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं की जानकारी दी, जिनका उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाना है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि शिक्षा प्रणाली में नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण के माध्यम से ही राष्ट्र को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है। उनका दृष्टिकोण और उनके अनुभव शिक्षा जगत के लिए प्रेरणादायक हैं।
शैक्षिक सहयोग का समझौता और महत्वपूर्ण घोषणाएँ:
इस अवसर पर विक्रांत विश्वविद्यालय और पंचानन राय फैंस एसोसिएशन के बीच एक महत्वपूर्ण शैक्षिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत, दोनों संस्थाएँ मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल शुरू करेंगी।
इसके अलावा, प्रो. अमेरिका सिंह ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के टॉप टेन छात्रों को विक्रांत विश्वविद्यालय में निःशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान की जाएगी। यह पहल न केवल छात्रों के लिए प्रेरणा बनेगी, बल्कि उनके उज्जवल भविष्य की राह भी खोलेगी।
कार्यक्रम के समापन में डॉ. अमित राय ने सभी अतिथियों का धन्यवाद करते हुए इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम बताया।