बीकानेर| बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय योग एवं विश्व संगीत दिवस का आयोजन किया गया। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि प्रो. अंबरीश शरण विद्यार्थी कुलपति बीटीयू ने कहा कि संगीत और योग साधना भारत मे प्राचीन काल से चली आ रही हैं। इन दोनो के अंतर्संबंध को विश्व ने भी स्वीकारा है। योग जितना व्यापक हैं उतना ही सूक्ष्म। ये मानुष्य की उन्नती में सहायक है। जीवात्मा को परमात्मा से मिलता हैं। इन दोनो को श्वास ने जोड़ा हुआ है। स्वशान प्रक्रिया शरीर और मन को जोड़ती हैं। कार्यक्रम की मुख्य अथिति श्रीमती माधवी उमेश यादव थी । उन्होंने शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति से समा बांधा। योगाचार्य गुरू श्री राजेंद्र कुमार जोशी जी ने योग की विभिन्न आयामों का विधार्थी जीवन में महत्व बताया। सभी योगाभ्यास कराया और बताया कि योग से विधार्थी अपने आपको कैसे एकाग्रचित करके सफलता प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि योग जीवन जीने का एक संपूर्ण तरीका है जिससे मन पर नियंत्रण किया जा सकता है। यह शरीर से कई बीमारियों को दूर रखता हैं। श्रीमति वीणा जोशी संगीत गुरू कत्थक नृत्य से कैसे संतुलन प्राप्त किया जा सकता है ,के बारे में बताया। छोटे छोटे बच्चो द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। अंत में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।