उदयपुर, कामकाजी जीवनचर्या के बीच बच्चों की परवरिश के लिए भी समय देना उतना ही जरूरी है, जितना व्यवसाय के लिए, यह चिंता और चिंतन का विषय है कि बच्चों की परवरिश आया के भरोसे छोड़ी जा रही है।
यह बात उदयपुर में हुई दक्षिण राजस्थान प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन के चतुर्थ सत्र की तृतीय कार्य समिति की बैठक ‘फुहार’ में उभर कर आई। उदयपुर के हिरण मगरी स्थित महेश सेवा समिति के परिसर में उदयपुर जिला माहेश्वरी महिला संगठन की मेजबानी में हुई इस कार्यसमिति की बैठक में महिलाओं के स्वावलम्बन के साथ पारिवारिक रिश्तों की प्रगाढ़ता और सामाजिक परम्पराओं के संरक्षण व संवर्धन पर चर्चा हुई। सभी महिला वक्ताओं ने कामकाज के साथ सामाजिक संस्कारों के बीच तालमेल को जरूरी बताया। निवर्तमान अध्यक्ष कुंतल तोषनीवाल ने आज की पीढ़ी द्वारा बच्चों की परवरिश आया पर छोड़कर काम पर निकल जाने पर सदन के समक्ष चिंता व्यक्त की एवं प्रश्न चिह्न रखा।
उदयपुर जिला अध्यक्ष मंजू गांधी ने बताया कि दीप प्रज्वलन और महेश वंदना के साथ स्वागत नृत्य के साथ बैठक शुरू हुआ। इससे पहले माहेश्वरी महिला घोष की ध्वनि के साथ अतिथियों की अगवानी की गई। प्रदेश सचिव डॉ. सुशीला असावा द्वारा संगठन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया । प्रदेश अध्यक्ष सीमा कोगटा ने सभी का अभिनंदन किया। कोषाध्यक्ष विनिता बाहेती ने आय व्यय की एवं प्रदेश संगठन मंत्री चंदा नामधर ने संगठन की जानकारी दी।
गांधी ने बताया कि स्थाई प्रकल्प विद्या सुविधा के तहत उदयपुर जिला संगठन द्वारा पहल करते हुए प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में जरूरतमन्द बच्चों के सहयोग के लिए बुक बैंक खोला गया है, जिसका राष्ट्रीय, आंचलिक व प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा लोकार्पण किया गया। यह प्रदेश का पहला बुक बैंक है। इसी के साथ पूर्व में चल रहे मेडिकल बैंक का भी पदाधिकारियों को अवलोकन कराया गया। उदयपुर जिला संगठन द्वारा हर माह 18 विधवाओं को दी जा रही सहयोग राशि के बारे में भी सभी को अवगत कराया गया।
रघुकुल रीत सिद्धा समिति के अंतर्गत पारिवारिक रिश्तों के महत्व पर आधारित कार्यक्रम हुआ जिसमें समिति पथ प्रदर्शक एवं पश्चिमांचल संयुक्त मंत्री शिखा भदादा, अंचल सह प्रभारी श्रद्धा गट्टानी व प्रदेश संयोजिका मान कंवर काबरा द्वारा कुछ दृश्यों के माध्यम से बहनों को बीमा, प्रॉपर्टी, बैंक अकाउंट जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। यह भी कहा गया कि यह जानकारी बहनों के पास होना जरूरी है। इसके लिए शपथ व फार्म के माध्यम से बहनों को जागरूक किया गया।
अष्ट सिद्धि समिति के राष्ट्रीय प्रभारी नम्रता बिहानी ने अपने उद्दबोधन मे दैनिक जीवन में पांच पी के महत्व व आचरण पर जोर दिया। संजीवनी सिद्धा समिति के अंतर्गत समिति संयोजिका मधु काबरा द्वारा वेक्कल फर्स्ट एड किट दिए गए। विभिन्न राष्ट्रीय, प्रादेशिक प्रतियोगिताओं में विजेता रहीं बहनों को पारितोषिक दिया गया। अन्य कार्यक्रम में भाग लेने वाली बहनों का भी सम्मान किया गया।
पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कौशल्या गट्टानी, अखिल भारतीय महेश्वरी महिला संगठन की संगठन मंत्री ममता मोदानी आद ने आज के ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर विचार रखे। सदस्याओं ने नृत्य, नाटिका व देशभक्ति कविताएं भी प्रस्तुत कीं। संगठन की ओर से चलाए जाने वाले स्थाई प्रकल्प व्यवसायिक कौशल के तहत उदयपुर जिला संगठन की सदस्याओं द्वारा बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से महिला हाट बाजार भी लगाया गया। छवि भदादा एवं सीमा लाहोटी ने सुंदर मंच संचालन कर कार्यक्रम को सफलता पर पहुंचाया।