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सिसकोल ने छत्तीसगढ़ में 3,000 नौकरियों और बढ़ते मानव संसाधन के जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया

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15 Apr 25
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सिसकोल ने छत्तीसगढ़ में 3,000 नौकरियों और बढ़ते मानव संसाधन के जरिए  इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया

रायपुर : स्टील सेक्टर में अपनी विरासत रखने वाले क्षेत्र में, स्टील इंफ्रा सॉल्यूशंस प्राइवेट
लिमिटेड (सिसकोल) एक सशक्त परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में उभरा है, जिसने छत्तीसगढ़ को आधुनिक रोजगार,
कौशल विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर में नवाचार का एक उभरता हुआ केंद्र बना दिया है। आज एक मीडिया राउंडटेबल
की मेजबानी करते हुए, सिसकोल ने विकास, सशक्तिकरण और भारत की कुछ सबसे प्रतिष्ठित इंफ्रास्ट्रक्चर
परियोजनाओं में इसके योगदान की आकर्षक कहानी साझा की है।

छत्तीसगढ़ का सशक्तिकरण: रोजगार और कौशल विकास के लिए भरपूर अवसर
सिसकोल ने अपने परिचालन में 3,000 से अधिक कर्मियों को रोजगार दिया है जिसमें फैब्रिकेशन स्टाफ से लेकर
कॉन्ट्रैक्ट कामगार, परियोजना प्रबंधन प्रोफेशनल और टेक्नोक्रेट तक शामिल हैं। सिसकोल ने वित्त वर्ष 2019 से
2024 के दौरान 28.75% की प्रभावशाली चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ मजबूत राजस्व वृद्धि
दर्ज की है। छत्तीसगढ़ एक महत्वपूर्ण रोजगार केंद्र के रूप में विकसित हुआ है, जिसने 2,500 से अधिक कामगारों
को रोजगार दिया है और पूरे छत्तीसगढ़ में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आजीविका अवसरों को बढ़ावा दिया है।
कंपनी ने 2027 तक 1,270 नई नौकरियां देने का अनुमान लगाया है, जो समावेशी और सतत क्षेत्रीय विकास के
प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता दर्शाता है।
सिसकोल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रवि उप्पल ने कहा, "हमारे द्वारा बनाई गई प्रत्येक संरचना में
छत्तीसगढ़ की भावना, इंजीनियरिंग की सटीकता और प्रगति का वादा है। हम केवल इस्पात संरचनाओं का डिजाइन,
इंजीनियरिंग, निर्माण और स्थापना नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम हम ज़िंदगियाँ संवार रहे हैं, आजीविकाओं को
सशक्त बना रहे हैं, और भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को तेज कर रहे हैं।"
भविष्य निर्माण करने वाले कौशल
सिसकोल मैन्युफक्चरिंग, वेल्डिंग, सुरक्षा, उत्पादकता और लीडरशिप के क्षेत्र में कामगारों और अधिकारियों के लिए
तैयार किए गए कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से क्षमता निर्माण भी कर रहा है। ये पहल स्थानीय युवाओं
को भविष्य के औद्योगिक कौशल से लैस करती हैं, जो राष्ट्रीय कौशल मिशनों से जुड़ा हुआ है।

विरासत के साथ लीडरशिप
श्री उप्पल और के. राजगोपाल, निदेशक-वित्त के नेतृत्व में, सिसकोल की लीडरशिप ने क्षेत्रीय परिवर्तन के लिए
वैश्विक विशेषज्ञता उपलब्ध है।
भारत के हृदय से एक राष्ट्रीय योगदानकर्ता
छत्तीसगढ़ में अपनी गहरी मौजूदगी के साथ, सिसकोल आज भारत के भविष्य और इंफ्रास्ट्रक्चर को आकार देने में
अहम योगदान दे रहा है। इसका स्ट्रक्चरल स्टील देश की कई प्रतिष्ठित परियोजनाओं का अभिन्न हिस्सा रहा है:
• हवाई अड्डे: दिल्ली, नोएडा, बेंगलुरु (T2)
• गगनचुंबी इमारतें और कॉमर्शियल निर्माण: डीएलएफ मॉल द्वारका, यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर, आईटीपीएल
बेंगलुरु, फेयरमोंट होटल बाय श्रेम, अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम राउरकेला, हाई-स्पेशलिटी अस्पताल,
राउरकेला, पटना मेडिकल कॉलेज और आईआईटी भिलाई
• औद्योगिक सुविधाएं: टाटा स्टील, रिलायंस, अदाणी, थिसेनक्रुप, लॉयड्स, एएमएनएस, पारादीप रिफाइनरी
• परिवहन के इंफ्रास्ट्रक्चर: मुम्बई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल, चेन्नई और पुणे मेट्रो, और गंगा, यमुना, हिंडन
और मलप्रभा नदियों पर प्रमुख पुल
क्षेत्रीय एसएमई परिदृश्य से आगे
146 से अधिक स्टील फैब्रिकेटर वाले क्षेत्र में, सिसकोल की अलग पहचान है:
• भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ती धातु प्रसंस्करण कंपनियों में से एक, जिसकी मासिक उत्पादन क्षमता
8,000 मीट्रिक टन/माह से अधिक (100,000 मीट्रिक टन/ वार्षिक) है।
• क्रिसिल ए-रेटेड, ₹780 करोड़ (वित्त वर्ष 25) का ऑर्डर इनटेक
• डिजाइन से लेकर स्थापना तक एकीकृत सेवाएँ - जो मुख्य रूप से फैब्रिकेशन पर केंद्रित हैं।
• रोबोटिक वेल्डिंग, जीपीएस ट्रैकिंग, स्मार्ट इंस्पेक्शन टूल्स सहित उन्नत प्रौद्योगिकियाँ
स्थानीय एवं क्षेत्रीय मीडिया से संवाद का निमंत्रण
"यह केवल एक कॉरपोरेट कथा नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ की एक जीवंत कहानी है। स्थानीय उद्यम के राष्ट्रीय
महत्वाकांक्षाओं से मिलन के दौर में, सिसकोल संभावनाओं का प्रतीक है। हमारे मीडिया भागीदारों के रूप में, आप
इस परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा हैं, जो छत्तीसगढ़ से लेकर भारत तक सशक्तिकरण और विकास की कहानी को
साझा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"

स्टील इंफ्रा सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (सिसकोल) के बारे में

स्टील इंफ्रा सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (सिसकोल) भारत की सबसे तेज़ी से विकसित हो रही स्ट्रक्चरल स्टील
समाधान प्रदाता कंपनियों में से एक है, जिसके पास 3,000 से अधिक कर्मठ कर्मचारियों की शक्ति और वित्त वर्ष
2024-25 में ₹780 करोड़ का ठोस ऑर्डर प्रक्रिया के अंतर्गत है। 2018 में स्थापित SISCOL ने बेहद कम समय
में स्वयं को एक राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के रूप में स्थापित किया है
भिलाई, वडोदरा और हैदराबाद में छह अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं और बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद में
डिज़ाइन और इंजीनियरिंग केंद्रों के साथ, सिसकोल हर चरण में सभी समाधानों वाला ‘टर्नकी स्टील सॉल्यूशन’
प्रदान करता है जिसमें डिज़ाइन, डिटेलिंग, निर्माण, पेंटिंग, लॉजिस्टिक्स और स्थापना शामिल है।
सिसकोल का स्ट्रक्चरल स्टील भारत की कुछ सबसे प्रतिष्ठित इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को मजबूती प्रदान करता
है, जिसमें हवाई अड्डे, पुल, ऊँची इमारतें, स्टेडियम, औद्योगिक संयंत्र, मेट्रो और डेटा सेंटर शामिल हैं। कंपनी
हाई-वॉल्यूम, उच्च परिशुद्धता वाली स्टील संरचनाएं हर बार समय पर प्रदान करने के लिए जानी जाती है।
वैश्विक लीडरशिप का अनुभव रखने वाले उद्योग के दिग्गजों की एक टीम के नेतृत्व में, सिसकोल इंजीनियरिंग
उत्कृष्टता, उन्नत मैन्युफैक्चरिंग और गहरे क्षेत्रीय प्रभाव को मिलाकर, भिलाई से भारत तक, देश के विकास को
आकार देता है।


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