सीएमए प्रेसिडेंट और श्री सीमेंट लिमिटेड के एमडी नीरज अखोरी ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रस्तुत यह बजट समावेशी विकास पर केंद्रित है। इंफ्रास्ट्रक्चर में बढ़ते निवेश से सीमेंट उद्योग के लिए नए अवसर खुलेंगे, और हम राष्ट्र की प्रगति में अपनी भागीदारी जारी रखेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि बड़े हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर बढ़ता खर्च निर्माण सामग्री की मांग बढ़ाएगा, जिससे क्षमता विस्तार और सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा। उनका विश्वास है कि सीमेंट उद्योग 6% से अधिक की निरंतर विकास दर प्राप्त करेगा।
सीएमए वाइस प्रेसिडेंट और जेएसडब्ल्यू सीमेंट के एमडी पार्थ जिंदल ने बजट को "विकसित भारत 2047" के अनुरूप बताया। उन्होंने कहा, "यह इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी पर केंद्रित एक दूरदर्शी बजट है। टेक्नोलॉजी में निवेश से हरित सीमेंट समाधान तेज होंगे और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।"
उन्होंने सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए राज्यों को 50 वर्षों के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपए के बिना ब्याज ऋण और 20,000 करोड़ रुपए की नवाचार योजनाओं की सराहना की। साथ ही, पीपीपी मॉडल के तहत तीन वर्षों तक चलने वाले प्रोजेक्ट्स निजी निवेश को बढ़ावा देंगे।
सीएमए ने सरकार की व्यवसायों के लिए अनुकूल नीतियों और भरोसेमंद नियामक ढांचे की भी प्रशंसा की। सीएमए का मानना है कि अगले पाँच वर्षों में 'सबका विकास' के लक्ष्य को साकार करने का अनूठा अवसर मिलेगा, और सीमेंट उद्योग नवाचार व तकनीकी एकीकरण के माध्यम से इस विकास यात्रा का सक्रिय भागीदार रहेगा।