बीकानेर | भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने साइबर सुरक्षा से जुड़े विषयों में शोध, तकनीकी रूप से दक्ष पेशेवर तैयार करने एवं साइबर जागरूक समाज निर्माण की दिशा में देश को सुदृढ़ करने के लिए संसाधन युक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर के केंद्र विकसित करने हेतु, राष्ट्रीय स्तर पर पचास प्रख्यात तकनीकी संस्थान एवं तकनीकी विश्वविद्यालयों का चुनाव किया गया है। जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि इलेक्ट्रोनिकस एवम इंफोर्मेशन टेक्नोलोजी मंत्रालय, भारत सरकार के इंफोर्मेशन सिक्यूरिटी एज्यूकेशन एवम अवेयरनेस (आईएसईए) प्रोजेक्ट के तीसरे फेज के तहत इन चुने हुए संस्थानो में केंद्रीय वित्त पोषित साइबर सुरक्षा अध्ययन एवम अवेयरनेस केंद्रो की स्थापना की जा रही है इसके तहत कुलपति प्रो. अजय कुमार शर्मा के अथक प्रयासों से बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय को भी शामिल किया गया है। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार शर्मा के इस प्रोजेक्ट के मेंटर तथा लीड संस्थान आईआईटी बॉम्बे के साथ चली विभिन्न दौर की वार्ता पश्चात भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स तथा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग तथा लीड संस्थान आई आई टी बॉम्बे के द्वारा बीटीयू के नाम को हरी झंडी मिल सकी। जो कि बीटीयू को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगा। भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना आईएसईए प्रोजेक्ट के तीसरे फेज के क्रियांवयन के साथ भारत सरकार ने लगभग बारह हजार शिक्षको को साइबर सुरक्षा से जुडे विभिन्न विषयो में प्रशिक्षित करते हुए लगभग ढाई लाख छात्रो एवम प्रोफेशंल्स को विकसित करने की योजना बनाई है। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अजय कुमार शर्मा के निर्देशन में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स तथा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग के साथ इंफोर्मेशन सिक्यूरिटी एज्यूकेशन एवं अवेयरनेस (आईएसईए) प्रोजेक्ट के तीसरे फेज के क्रियांवयन के एमओयू किए जाने की प्रक्रिया पूरी की गई है। आईएसईए प्रोजेक्ट के तहत बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा शिक्षा तथा अवेयरनैस प्रोजेक्ट से विश्वविद्यालय को व्यापक लाभ प्राप्त होंगे। बीटीयू एवम इससे जुडे प्रत्येक हितधारक के लिए तेजी से बढ रहे एआइ, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स तथा ईवी इत्यादि एवम इनकी सुरक्षा के क्षेत्र में कैरियर, शोध के अवसरो के साथ साथ इन्नोवेटिव उत्पाद डिजायन एवम डवलपमेंट के अवसर भी सुलभता से हासिल हो सकेंगे। आईआईटी बोम्बे के निर्देशन में बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा से जुडी नई तकनीक एवम सुविधापूर्ण लैब विकसित करने के साथ साथ बीटीयू के शिक्षको तथा छात्रो को आईआईटी बोम्बे के पारस्परिक उपयोगिता वाले संसाधनो का उपयोग करने की सुविधा मिल सकेगी। आईआईटी बोम्बे प्रोफेसर्स द्वारा बीटीयू शिक्षको तथा छात्रो को मार्गदर्शन के साथ साथ अत्याधुनिक लैब सुविधा का लाभ भी मिल सकेगा।
कुलपति प्रो. अजय कुमार शर्मा ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर प्रकाश डालते हुए कहा की बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय का राष्ट्रीय महत्व की परियोजना आईएसईए के क्रियान्वयन के लिए चयन होना हम सबके लिए गौरव का विषय है। पांच वर्ष चलने वाले प्रोजेक्ट में बीटीयू को दो करोड से अधिक राशि ग्रांट के रूप में मिल सकेगी। बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय को क्षेत्रीय स्तर पर साइबर सुरक्षा से जुडे शैक्षणिक एवम रिसर्च कार्यो को प्रायोजित करने, विभिन्न एक्स्पर्ट्स की सेवाए लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पादित करने, शिक्षको के शैक्षणिक विकास आधारित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए भी तकनीकी, शैक्षणिक मार्गदर्शन के साथ साथ वित्तीय प्रोत्साहन उपल्ब्ध हो सकेगा। आज देश का प्रत्येक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान साइबर फिजिकल सिस्टम से ही नियंत्रित तथा संचालित हो रहा है। किसी भी राष्ट्र को सुरक्षित रहना है तो बहुत बडी संख्या में साइबर सिक्यूरिटी में प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स को तैयार करना होगा। भारत सरकार का यह प्रोजेक्ट बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय के सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों, संघटक संस्थानो, सरकारी एवम निजी संस्थानो के छात्रो, शिक्षको तथा तकनीकी स्टाफ सदस्यो के विकास तथा समस्त सम्बद्ध महाविद्यालयों को अपने शैक्षणिक स्तर, छात्रो, शिक्षको तथा स्टाफ सदस्यो तकनीकी कौशल को उन्नत बनाने में सहायक होगा। बीकानेर सम्भाग के युवाओ को बेहतर तकनीकी कौशल के साथ साथ रोजगार की बेहतर सम्भावनाए भी उपलब्ध हों सकेगी। यह प्रोजेक्ट बीकानेर के विकास में दूरगामी परिणाम दे सकेगा।