उदयपुर। भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की गल्र्स यूनिट की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा विश्वध्यान दिवस के अवसर पर स्वयंसेविकाओं के लिए सहजयोग ध्यान एवं व्याख्यान का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर सहजयोग ध्यान केन्द्र उदयपुर के प्रकाश पालीवाल एवं दिनेश भट्ट ने सहजयोग की प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि सहजयोग से आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है साथ ही इससे हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। वर्तमान की तनाव भरी जिन्दगी में सहजयोग ध्यान श्रेष्ठ औषधी है। इसके निरंतर अभ्यास से हम अपने जीवन को स्वस्थ एवं सुखी बना सकते हैं। स्वस्थ एवं सुखी जीवन के लिए ध्यान करना अतिआवश्यक है।
उन्होंने कहा कि हमें अपने व्यस्तम जीवन में से कुछ समय ध्यान के लिए निकालना ही चाहिए। इससे हमारा मन और मस्तिष्क दिव्य अनुभूति का अनुभव करता है। उन्होंने स्वयंसेविकाओं से आह्वान करते हुए कहा कि वे स्वयं भी इसे करें व औरों से भी इसे जीवन में अपनाने के लिए आग्रह करें। इस अवसर पर स्वंयसेविकाओं ने अपनी जिज्ञासा को प्रश्नोत्तर के माध्यम से शांत किया।
इससे पूर्व भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के एन एस एस समन्वयक डाॅ ज्योतिरादित्य सिंह भाटी ने अतिथियों को स्वागत करते हुए करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन स्वयंसेविकाओं के व्यक्तित्व विकास में सहायक होते हैं। मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. देवेन्द्र सिंह सिसोदियों ने भी मनोवैज्ञानिक दृष्टि से ध्यान के महत्व को बताया। एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डाॅ लोकेश्वरी राठौड़ ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से स्वयंसेविकाओं को व्यक्तित्व विकास के विभिन्न आयामों से परिचय प्राप्त होता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डाॅ सृष्टिराज सिंह चूण्डावत, संकाय सदस्य डाॅ पंकज मरमट, डाॅ. भावना झाला, डाॅ पुष्पा वर्मा, सिमरन भाटी सहित विद्यार्थीगण उपस्थित थे।