उदयपुर : शिक्षा संकाय, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय उदयपुर के तत्वाधान में सह शैक्षणिक गतिविधियों के तहत *सत्यनिष्ठा की संस्कृति से राष्ट्र की समृद्धि* विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो शशि चित्तौड़ा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रख्यात शिक्षाविद् प्रोफेसर एम.पी.शर्मा, पूर्व प्राचार्य, विद्याभवन शिक्षक महाविद्यालय ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया। पधारे हुए सम्मानित अतिथि का स्वागत अधिष्ठाता, शिक्षा संकाय द्वारा किया गया। प्रो शर्मा ने अपने उद्बोधन में समृद्ध भारतीय संस्कृति के बारे में बताया कि आज हमें अपने ईमानदारी और सत्यनिष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। हमारा देश विविधताओं में एकता को प्रदर्शित करता है। अगर हम अपने कार्यस्थल पर आकर कार्य नहीं करते हैं तो यह भी हमारी कार्यनिष्ठा के प्रति कुठाराघात है। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों एवं शिक्षकों का आह्वान किया कि हमें सदैव अपने कर्तव्यों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए कार्य को सम्पादित करना चाहिए। प्रो शर्मा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को कार्य की सत्यनिष्ठा के प्रति शपथ दिलाई। इसके पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा शिक्षा संकाय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी की प्रकाशित जर्नल का विमोचन किया गया। कर्नल (प्रो.) शिव सिंह सारंगदेवोत, कार्यवाहक अध्यक्ष, विद्या प्रचारिणी सभा, प्रो.महेन्द्र सिंह आगरिया, मंत्री, विद्या प्रचारिणी सभा, मोहब्बत सिंह राठौड़, प्रबंध निदेशक, विद्या प्रचारिणी सभा तथा डॉ निरंजन नारायण सिंह राठौड़, कुलसचिव, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि विद्या प्रचारिणी सभा, भूपाल नोबल्स संस्थान ने विगत 101 वर्षों से सत्यनिष्ठा का पालन करते हुए शिक्षा के माध्यम से देश के विकास एवं समृद्धि में अपना अतुलनीय योगदान दिया है। इस अवसर पर शिक्षा संकाय के सभी प्रशिक्षणार्थी एव संकाय सदस्य उपस्थित रहे।