उदयपुर, 11 दिसंबर: बीएन शिक्षा संकाय में आज गीता जयंती और इंटरनेशनल माउंटेन डे के अवसर पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. निरंजन नारायण सिंह राठौड़, कुलसचिव, भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय, और प्रोफेसर किशोरी लाल शर्मा, आचार्य, आयुर्वेद महाविद्यालय, उदयपुर द्वारा किया गया। स्वागत उद्बोधन शिक्षा संकाय की अधिष्ठाता प्रो. शशि चित्तौड़ा ने दिया।
डॉ. सृष्टिराज सिंह चंडावत ने पर्वतमालाओं के हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला और कहा कि हमें नदियों, पर्वतों और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना चाहिए। डॉ. अजयपाल सिंह चंडावत ने गीता पर्व मनाने के महत्व को समझाया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. खुशबू कुमावत ने किया, जबकि धन्यवाद उद्बोधन डॉ. सीमा शर्मा ने दिया।
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ने गीता के दार्शनिक तथ्यों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि सभी मानवीय मूल्यों का सार गीता में निहित है और हमारे सभी कर्मों का योग भी गीता में ही पाया जाता है। मुख्य अतिथि डॉ. निरंजन नारायण सिंह राठौड़ ने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में गीता के सार को सम्मिलित करें और सांसारिक कार्यों के दौरान गीता के उपदेशों को ध्यान में रखें। इस कार्यक्रम में शिक्षा संकाय के सभी संकाय सदस्यों का सक्रिय योगदान रहा।