उदयपुर: भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय उदयपुर में कला, विज्ञान, वाणिज्य एवं प्रबंधन के विद्यार्थियों में सृजनात्मकता एवं अभिव्यक्ति की कला को सशक्त बनाने के लिए मानव पुस्तकालय कैफे के क्षेत्रीय केंद्र के सीईओ एवं अटल इनोवेशन मिशन नीति आयोग, वाराणसी उत्तरप्रदेश के प्रशिक्षक आयुष क्षेत्री द्वारा विशेष कहानी वाचन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विज्ञान संकाय की डीन डॉ रेणु राठौर, डीन फॉसएसएच डॉ शिल्पा राठौर एवं प्रबंधन संकाय के निदेशक डॉ रजनी अरोरा उपस्थित थे। कार्यशाला का संयोजन अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ जयश्री सिंह ने किया एवं संयोजन डॉ मनीषा शेखावत ने किया तथा तकनीकी सहयोग विद्यार्थियों एवं विद्वानों द्वारा प्रदान किया गया। बीएन विश्वविद्यालय के संरक्षक अध्यक्ष डॉ महेंद्र सिंह आगरिया एवं रजिस्ट्रार डॉ एन एन सिंह ने अपने प्रेरक संबोधन से विद्यार्थियों को प्रेरित किया। कार्यशाला के अध्यक्ष बीएनयू के चेयरपर्सन प्रो एस.एस. सारंगदेवोत ने अपने संबोधन में प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कार्यशाला ने प्रतिभागियों के लिए सिर्फ कहानी लेखन या कहानी सुनाने पर ही ध्यान केंद्रित नहीं किया है, बल्कि छात्रों को अपनी समग्र सोच और दृष्टिकोण को विकसित करने का माध्यम बनने की दिशा दी है। कार्यशाला का उद्देश्य रचनात्मकता को बढ़ावा देना, लेखन कौशल विकसित करना और आत्मविश्वास को सशक्त बनाना है, ताकि युवा अपनी कहानियों के माध्यम से अपनी पहचान और प्रभावी संचार कौशल बना सकें। कहानी के घटकों जैसे पात्रों का निर्माण, घटनाओं का क्रम, वातावरण का निर्माण और संवादों की प्रभावी प्रस्तुति सिखाई गई। प्रतिभागियों ने सीखा कि कैसे एक मजबूत कहानी बनाई जाए और इसे कैसे दिलचस्प बनाया जाए। कल्पनाशील लेखन अभ्यास, चरित्र निर्माण और दृश्य चित्रण जैसी विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से प्रतिभागियों को सिखाया गया कि कैसे अपनी कल्पना को कहानी में बदलना है और एक अनूठा दृष्टिकोण विकसित करना है। शोध छात्रा मनवी शर्मा ने सभी अतिथियों का अभिनंदन और स्वागत किया। ये जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ कमल सिंह राठौर ने दी.