उदयपुर भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के भू विज्ञान विभाग के विधार्थियों ने एमएलएसयू के भू विज्ञान विभाग के म्यूजियम का अवलोकन किया। भू विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत सेन ने बताया कि विधार्थियों ने भू विज्ञान में स्थित 60 वर्ष पूर्व स्थापित म्यूजियम का अवलोकन किया गया। यह संपूर्ण भारत और विशेषतः राजस्थान के भू विज्ञान के इतिहास का महत्वपूर्ण संग्रहालय है। इसमें 330 करोड़ वर्षों से आधुनिक आयु तक की 768 चट्टाने, 672 जीवाश्म, 1260 महत्वपूर्ण खनिज एवं 122 रत्न खनिज प्रदर्शित किए गए। संग्रहालय में प्रदर्शित बहुमूल्य रत्न हाथीदाँत के जीवाश्म और चांदी आदि के अयस्क आदि भी देखा। मोहन लाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रितेश पुरोहित ने विधार्थियों को विषय की महत्त्वता बताते हुए कहा कि भूविज्ञान विषय की अपनी एक भूमिका है जिसके लिये विधार्थियों को समय समय पर फ़ील्ड विजिट करनी चाइए और युवा पीढ़ी के लिए इस तरह के नियमित आयोजन किए जाने चाइए।